Logo
खरमास वो समय होता है जिसमें पूरे एक महीने शुभ कार्यों की मनाही होती है. इसकी शुरुआत आज से हो रही है.

(कीर्ति राजपूत)

Kharmas Me Kya Karen Kya Na Karen : सनातन धर्म में धर्म में खरमास एक ऐसा महीना होता है जिसमें शुभ और मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है. इस वर्ष खरमास की शुरुआत आज यानी 16 दिसंबर 2023 से हो रही है, जिसका समापन मकर संक्रांति यानी 15 जनवरी 2024 को होगा. ये वो महीना है जब सूर्य देव वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करते हैं. खरमास में किन कार्यों को कर सकते हैं और किन कार्यों की मनाही है आईए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.

क्यों रुक जाते हैं मांगलिक कार्य?
खरमास एक ऐसा समय होता है जब सूर्य नारायण बृहस्पति राशि में प्रवेश करते हैं, जिसके कारण उनका बल कमजोर हो जाता है. ये स्थिति साल में दो बार निर्मित होती है. पहली जब सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते हैं और दूसरी जब सूर्य देव मीन राशि में प्रवेश करते हैं. इस दौरान मांगलिक कार्य नहीं किए जाते.

खरमास का समय
खरमास की शुरुआत 16 दिसंबर 2023 दोपहर 3:58 से हो रही है. जिसका समापन 15 जनवरी 2024 को होगा.

किन कार्यों पर होगी रोक
1. खरमास के दौरान विवाह जैसे शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते.
2. इस दौरान भवन निर्माण और गृह प्रवेश करना भी वर्जित माना गया है.
3. खरमास के दौरान नए व्यापार की शुरुआत भी नहीं की जाती.
4. इस दौरान मुंडन और कनछेदन पर भी प्रतिबंध लग जाता है.

कौन से काम कर सकते हैं
1. खरमास में आप दान पुण्य, जप तप कर सकते हैं.
2. सीमांत, जातकर्म और अन्नप्राशन जैसे कार्य भी खरमास में किए जा सकते हैं.
3. खरमास में ब्राह्मण, गुरु, साधु, सन्यासी और गाय की सेवा करना बेहद लाभकारी माना जाता है.
4. खरमास के दौरान तीर्थ यात्रा करना बेहद शुभ होता है.

5379487