भोपाल। माघ माह का शुभारंभ हो गया है। धार्मिक दृष्टि से माघ माह काफी महत्वपूर्ण है। यह माह खासकर तीर्थ स्थलों में पवित्र स्नान के लिए विशेष फलदायी माना जाता है। माह में बसंत पंचमी, गुप्त नवरात्र सहित अनेक व्रत पर्व रहेंगे और पूरे माह श्रद्धा, भक्ति का नजारा दिखाई देगा। बता दें कि पौष पूर्णिमा के साथ पौष माह का समापन हो गया। माघ माह का समापन 24 फरवरी को माघ पूर्णिमा के साथ होगा।
मां सरस्वती की स्थापना कर आराधना की जाएगी
बसंत पंचमी का पर्व भी 14 फरवरी को मनाया जाएगा। इस माह का यह प्रमुख पर्व होगा। शहर में जगह-जगह विद्यादाती मां सरस्वती की स्थापना कर आराधना की जाएगी। यह दिन विवाह कार्यों के लिए भी विशेष शुभ माना जाता है, इसलिए इस दिन शहर में जमकर शादियां होगी। साल में आने वाले प्रमुख शुभ मुहूर्तों में वसंत पंचमी का मुहूर्त भी खास माना जाता है। इसी प्रकार 10 से 18 फरवरी तक गुप्त नवरात्र रहेंगे। इसमें कई श्रद्धालु मनोकामना पूर्ति के लिए दस महाविद्याओं की साधना करेंगे।
जानें कब, कौन सा पर्व
- 29 जनवरी संकष्टी चतुर्थी
- 6 फरवरी षटतिला एकादशी
- 7 फरवरी तिल द्वादशी
- 9 फरवरी मौनी अमावस्या
- 10 से 18 फरवरी गुप्त नवरात्र
- 14 फरवरी बसंत पंचमी
- 15 फरवरी शीतला षष्ठी
- 16 फरवरी अचला सप्तमी
- 17 फरवरी भीमा अष्टमी
- 18 फरवरी महानंदा नवमी
- 20 फरवरी जया एकादशी
- 21 फरवरी प्रदोष व्रत
- 24 फरवरी माघ पूर्णिमा स्नान
तीर्थों पर स्नान करने से मिलता है विशेष फल
माघ महीना तीर्थ स्नान के लिए विशेष फलदायी माना गया है। इस माह में खासकर सूर्यदेव की आराधना की जाती है। कई साधु संत, माघ में कल्पवास करते हैं, अर्थात पूरे माह तीर्थ स्थलों पर रहकर साधना, आराधना में लीन रहते हैं। सूर्य उत्तरायण होने के उपलक्ष्य में इस माह स्नान करना विशेष फलदायी होता है।
पौष पूर्णिमा, गुरु पुष्य पर लगाया भगवान को लगाया भोग
पौष पूर्णिमा के मौके पर शहर के मंदिरों में अनेक कार्यक्रम हुए। इस मौके पर बांके बिहारी मार्कंडेय मंदिर तलैया चौबदारपुरा में पौषी पूर्णिमा और गुरु पुष्य नक्षत्र पर भगवान राम को 108 व्यंजनों का भोग लगाया गया। पं. रामनारायण आचार्य ने बताया कि इस मौके पर मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की गई। इस दौरान सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।