(रुचि राजपूत)

Mahashivratri 2024 : महाशिवरात्रि का त्योहार भारत वर्ष में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान भोलेनाथ के भक्त व्रत रखकर विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना करते हैं। हिन्दू धर्म शास्त्रों में भी महाशिवरात्रि का बहुत महत्व बताया गया है। महाशिवरात्रि का व्रत प्रत्येक वर्ष फाल्गुन महीने की कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन रखा जाता है। इस दिन प्रदोष का व्रत भी रखा जाता है। ये दोनों ही व्रत भगवान शिव को समर्पित हैं। मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन माता पार्वती और भगवान शिव का विवाह हुआ था। हिन्दू धर्मशास्त्रों में महाशिवरात्रि का व्रत रखने को लेकर कुछ नियमों के बारे में बताया गया है। इस दिन व्रत करने को लेकर कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है और कुछ कार्य करने बहुत शुभ बताए गए हैं। चलिए जानते हैं प्रसिद्ध ज्योतिषी धर्मेंद्र दुबे से इन नियमों के बारे में।

क्या करें महाशिवरात्रि पर
-महाशिवरात्रि के दिन प्रातः काल स्नानादि से निवृत्त होकर, शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए। 
इस दिन भोलेनाथ को भांग, धतूरा और बेलपत्र अर्पित करने चाहिए। 
महाशिवरात्रि का व्रत करने के लिए आपको पूर्णतः शाकाहारी होना पड़ेगा। 
इस दिन भूल कर भी मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। 
इसके अलावा महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर दूध- दही अर्पित करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। 
इस दिन पूजा पाठ के दौरान शिव मंत्रों का जाप करना बहुत उत्तम होता है।

क्या ना करें महाशिवरात्रि पर
-महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ को भूल कर भी कमल और केतकी का फूल अर्पित नहीं करना चाहिए।
इस दिन शिवलिंग पर नारियल का पानी भी चढ़ाना निषेध है।
महाशिवरात्रि की पूजा के दौरान भगवान शिव को अर्पित की जाने वाली किसी भी सामग्री पर तुलसी दल नहीं होना चाहिए।
इसके अलावा शिवलिंग पर पूजा के दौरान शंख को भूलकर भी नहीं रखना चाहिए।
महाशिवरात्रि का व्रत रखने के लिए पूरी तरह से सात्विक होना बहुत आवश्यक है।

महाशिवरात्रि व्रत के लाभ
हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि का व्रत रखने से धन, वैभव और यश प्राप्त होता है। इसके अलावा यदि किसी कन्या के विवाह में देरी हो रही है। तो ये व्रत रखने से विवाह के योग बनने लगते है। विवाहित स्त्रियों के लिए भी महाशिवरात्रि का व्रत उत्तम होता है। विवाहित स्त्रियों को इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती का पूजन भी करना चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ता है और सुख समृद्धि आती है।