(रुचि राजपूत)
Mahashivratri 2024 : 8 मार्च 2024, दिन शुक्रवार को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है, इस दिन भगवान शिव को कई चीजें अर्पित की जाती हैं। उनमें से एक है चावल यानी अक्षत बहुत से लोगों के मन में सवाल है कि शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर चावल चढ़ा सकते हैं या नहीं, अगर हां तो उसकी सही विधि क्या है इस विषय में विस्तार से बता रहे हैं प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित धर्मेंद्र दुबे।
1. चावल चढ़ाएं या नहीं
ज्योतिषी धर्मेंद्र दुबे के अनुसार शिवलिंग पर अक्षत यानी चावल अर्पित करना बेहद शुभ माना गया है। ऐसा करने से आपके सभी दुख दूर होते हैं और सुख समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है।
2. अक्षत का अर्थ
अक्षत का शाब्दिक अर्थ है जिसका कभी क्षय ना हो, यानी ऐसे चावल जो कहीं से टूटे-फूटे ना हों, इन्हें अखंडित चावल भी कहा जाता है।
3. ऐसे हों चावल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शिवलिंग पर भूलकर भी खंडित चावल अर्पित ना करें, हमेशा अखंडित चावल ही चढ़ाएं।
4. चावल चढ़ाने की सही विधि
शिवलिंग पर हमेशा चावल चढ़ाते समय अंगूठा, मध्यमा और अनामिका उंगली का उपयोग करना चाहिए। भूलकर भी शिवलिंग पर खाली अक्षत नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके साथ सफेद फूल और चंदन का उपयोग करें। चावल को हल्दी और कुमकुम ना लगाएं।
5. अक्षत चढ़ाने के फायदे
भगवान शिव को अक्षत अर्पित करने से मान सम्मान, धन दौलत और सौभाग्य में बढ़ोत्तरी होती है।