Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि का पर्व शिव भक्तों के लिए अत्यंत ही प्रिय एवं आनंद करता माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है। चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 8 मार्च को रात्रि में 9:57 पर होगा, जिसकी अगले दिन 9 मार्च को 6:17 पर समाप्ति होगी। हालांकि भगवान शिव की पूजा करने का विशेष महत्व संध्या काल में ही होता है। इसलिए 8 मार्च को ही महाशिवरात्रि का महापर्व मनाया जाएगा।

देश के जाने-माने हस्तरेखा एवं कुंडली विशेषज्ञ डॉ. मनीष गौतम जी महाराज ने बताया कि महाशिवरात्रि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हर वर्ष मनाई जाती है। महाशिवरात्रि का पर भगवान शिव और मां पार्वती को समर्पित है। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव शादी के अटूट बंधन में बंधे थे। इसलिए इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा आराधना करने से व्यक्ति को सुख और सौभाग्य का महान आशीर्वाद प्राप्त होता है।

महाशिवरात्रि के दिन हुआ था माता पार्वती-भगवान शिव का विवाह 
पौराणिक कथा कथाओं के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। महाशिवरात्रि के दिन ही माता पार्वती की तपस्या का फल प्राप्त हुआ था, जिसके कारण भगवान शिव के साथ उनका विवाह संपन्न हुआ। महाशिवरात्रि का व्रत महिलाएं अपने अखंड स्वभाव को बनाए रखने के लिए एवं अच्छे पति प्राप्त करने के लिए रखती है।

इन उपायों से मिलेगी सफलता
महाशिवरात्रि के पर्व पर भगवान शिव को खुश करने के लिए अनेक उपाय मिलते हैं जिसके अनुसार बिल्व पत्र चढ़ाने से आपको लक्ष्मी की प्राप्ति होगी। इस दिन रुद्राभिषेक करने से घर में सुख शांति की प्राप्ति होती है। किसी भी मंदिर में जाकर भगवान शिव की प्राण प्रतिष्ठित मूर्ति का दर्शन अवश्य करना चाहिए। इससे आपकी सभी मनोकामना की पूर्ति होगी।