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जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर होती है, तो उसे इससे जुड़े कुछ संकेत मिलते हैं, तो चलिए जानते हैं क्या हैं वे संकेत और कैसे करें सूर्य को मजबूत।

(रुचि राजपूत)

Makar Sankranti 2024 : मकर संक्रांति का पर्व भगवान सूर्य की पूजा के लिए समर्पित है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहों का राजा है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य कमजोर हो तो वह व्यक्ति जीवन में तरक्की नहीं कर पाता। बड़े पद पर बैठे हुए लोगों की कुंडली में सूर्य का प्रबल होना बहुत आवश्यक है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में नहीं है, तो ऐसा व्यक्ति बड़े से बड़े पद पर रहकर भी उसका लाभ नहीं ले पाता। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को बेहद प्रभावशाली ग्रह माना गया है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर है। तो मकर संक्रांति के दिन ज्योतिष शास्त्र के कुछ आसान उपाय करने से कुंडली में सूर्य की स्तिथि को मजबूत किया जा सकता है। वे कौन-से उपाय हैं आइए जानते हैं हरदा के रहने वाले पंडित एवं ज्योतिषी धर्मेंद्र दुबे से।

कुंडली में सूर्य के कमजोर होने पर मिलते हैं ये संकेत

-जिन लोगों की कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में होता है ऐसे लोगों के करियर में उन्नति नहीं होती, बार बार नौकरी बदलनी पड़ती है। कार्यस्थल पर कई बार झूठे आरोप लग जाते हैं। ऐसे व्यक्ति के अंदर घमंड बढ़ता है और किसी भी क्षेत्र में सफलता हाथ नहीं लगती।

-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य का संबंध पिता से होता है। ऐसे में यदि कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर होती है, तो व्यक्ति का अपने पिता से संबंध खराब रहता है, किसी भी कार्य में पिता का सहयोग प्राप्त नहीं होता, इसके अलावा गुरू भी मदद नहीं करते।

-कुंडली में सूर्य ग्राह के कमजोर होने से घर में रखा सोना चोरी होने का खतरा बढ़ जाता है। धन हानि होती है, और भाग्य का साथ भी नहीं मिलता।

-कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति ख़राब हो तो पेट और आंख से जुड़ी समस्याएं सदैव बनी रहती है। व्यक्ति के शरीर में कमजोरी, दिल का दौरा या चोट लगने जैसी समस्याएं बार बार आती है। इसके अलावा व्यक्ति में आत्म विश्वास और इच्छा शक्ति की कमी होती है।

कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के उपाय

-यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर स्थिति में है, तो इसे मजबूत करने के लिए मकर संक्रांति के दिन 3 या 4 रत्ती का माणिक तांबे की धातु में बनवाकर सूर्योदय के समय पहनना चाहिए।

-सूर्य की स्थिति को कुंडली में मजबूत करने के लिए मकर संक्राति पर सूर्य  का वैदिक मंत्र "ऊँ आकृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यण्च। हिरण्ययेन सविता रथेन देवो याति भुवनानि पश्यन।।" या सूर्य का बीज मंत्र "ॐ घृणि: सूर्याय नम:"  या तांत्रिक मंत्र "ॐ हृां हृीं हृौं स: सूर्याय नम:" का जप करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन मंत्रों का कम से कम 28 हजार बार जप करना होता है।

-कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए मकर संक्रांति के दिन दान का बेहद महत्व होता है। इस दिन आप गेहूं, तांबा, सोना, घी, गुड़, लाल फूल या लाल चंदन का दान कर सकते हैं।

-कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति को मजबूत करने के लिए रविवार का व्रत करना उत्तम होता है। सूर्य देव को लाल रंग बेहद प्रिय हैं, इसलिए सूर्य देव को लाल रंग का फूल चढ़ाकर अर्घ्य देना शुभ माना गया है। इसके अलावा रविवार के दिन व्रत रखकर आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना भी लाभकारी होगा।

-कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करने के लिए माणिक रत्न पहना जाता है। लेकिन यदि आप माणिक धारण नहीं कर सकते, तो सूर्य यंत्र या बेल पत्र की जड़ को गले में या बांह में पहन सकते हैं।

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