Mauni Amavasya 2024 : पितरों को करना है प्रसन्न, मौनी अमावस्या पर करें 4 सरल उपाय, खुशियों से भर जाएगी झोली

Mauni Amavasya 2024 : हिन्दू धर्म में मौनी अमावस्या के दिन को बेहद विशेष स्थान दिया गया है। मौनी अमावस्या के दिन कई प्रकार की पूजा अनुष्ठान किये जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में मौनी अमावस्या के दिन किए जाने वाले कुछ ऐसे उपाय बताये गए हैं, जिनको करने से पितरों को मुक्ति प्राप्त होती है।;

By :  Desk
Update: 2024-02-03 15:07 GMT
Mauni Amavasya 2024
Mauni Amavasya 2024 Upay
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(रुचि राजपूत)

Mauni Amavasya 2024 Upay : सनातन धर्म में मौनी अमावस्या की तिथि को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार मौनी अमावस्या माघ के महीने में मनाई जाती है। इस वर्ष मौनी अमावस्या 9 फरवरी 2024, दिन शुक्रवार को मनाई जा रही है। इस दिन बहुत से लोग अनुष्ठान, पूजा-पाठ और कई प्रकार की विधियां करते हैं। मान्यताओं के अनुसार मौनी अमावस्या के दिन किए जाने वाले कुछ ऐसे उपाय हैं, जिनको सही विधि विधान के साथ किया जाए, तो पितरों को मुक्ति प्राप्त होती है और वे प्रसन्न होकर आशीर्वाद प्रदान करते हैं। तो चलिए जानते हैं हरदा के रहने वाले पंडित एवं ज्योतिषी धर्मेंद्र दुबे से कौन से हैं वे उपाय।

मौनी अमावस्या पर करें ये उपाय

1. दान-पुण्य करें
मौनी अमावस्या के दिन दान-पुण्य करने का विशेष महत्व माना गया है। मान्यता है कि इस दिन जरूरतमंदों को यथा सामर्थ्य खाना खिलाने और ज़रूरत का सामान देने से पितृ प्रसन्न होते हैं। इस दिन ज़रूरतमंद व्यक्ति को अपने सामर्थ्य के अनुसार तेल, कंबल, दूध, चीनी, शक्कर, अनाज और पैसों का दान देना चाहिए। 

2. पशु-पक्षियों को कराएं भोजन
ज्योति षशास्त्र के अनुसार मौनी अमावस्या के दिन पशु-पक्षियों को भोजन कराना चाहिए। माना जाता है कि इस दिन पशु-पक्षियों को भोजन कराने से पितरों की कृपा प्राप्त होती है, और जीवन में आ रही परेशानियों से छुटकारा मिलता है.

3. सूर्य देव को अर्ध्य दें 
मौनी अमावस्या के दिन प्रातः काल सूर्यदेव को अर्घ्य देना शुभ होता है। मान्यता के अनुसार इससे पितृ दोष से मुक्ति प्राप्त होती है। सूर्य देव को अर्घ्य देते समय सदैव तांबे के कलश का उपयोग करना चाहिए।

4. इस मंत्र का करें जाप
मौनी अमावस्या के दिन "ॐ आद्य-भूताय विद्महे सर्व-सेव्याय धीमहि। शिव-शक्ति-स्वरूपेण पितृ-देव प्रचोदयात्" मंत्र का कम से कम 108 बार जप करना चाहिए। ऐसा करने से घर में लगा पितृ दोष समाप्त होता है।

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