(रुचि राजपूत)

Worshiping 3 Forms of Lord Krishna : हिंदू पंचांग में 12वां महीना फाल्गुन माह का होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार 24 फरवरी 2024 से फाल्गुन माह आरंभ हो रहा है और यह 25 मार्च 2024 समाप्त होगा। हिंदू धर्म में फाल्गुन माह का अत्यधिक महत्व है, क्योंकि माघ माह में बसंत पंचमी के बाद सर्दी धीरे-धीरे कम होने लगती है और गर्मी की शुरुआत फाल्गुन माह में हो जाती है। इस माह में महाशिवरात्रि, होली और फुलेरा जैसे पवित्र त्योहार मनाए जाते हैं। भगवान शिव की फाल्गुन माह में पूजा अर्चना का अत्यधिक महत्व है, इसके साथ ही भगवान श्री कृष्ण के तीन रूपों का पूजा करना भी बहुत शुभ माना जाता है। कैसे करें भगवान श्री कृष्ण के रूपों की पूजा आईए जानते है विस्तार से प्रसिद्ध ज्योतिषी धर्मेंद्र दुबे से।

श्री कृष्ण के बाल रूप की पूजा
फाल्गुन माह में ठाकुर जी के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा करने का बहुत अधिक महत्व माना जाता है। इस माह में नंद के लाल की पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली बनी रहती हैं और सकारात्मकता का संचार होता है, नकारात्मकता नष्ट हो जाती है।

श्री कृष्ण के युवा रूप की पूजा
फाल्गुन माह में मंदिर में जाकर या अपने घर के मंदिर में भगवान श्री कृष्णा और राधा रानी की पूजा, विधि विधान से अवश्य करें। श्री कृष्णा और राधा रानी की युवावस्था रूप में की गई पूजा आपके वैवाहिक जीवन में प्रेम और मधुरता लाती है, इस दौरान ॐ क्लीं कृष्णाय नमः” मंत्र का जाप आवश्य करें। प्रेम संबंध में सफलता प्राप्त करने के लिए भगवान श्री कृष्ण को बांसुरी भेंट करें। साथ ही प्रेम विवाह की कामना करें।

श्री कृष्ण के गुरु रूप की पूजा
श्री कृष्ण की फाल्गुन माह में गुरु रूप में विधि विधान से पूजा करने का विधान भी बताया गया है। श्री कृष्ण को अपना गुरु मानकर उनकी पूरे श्रद्धा भाव के साथ पूजा करना चाहिए। श्री कृष्ण को गुरु मानकर पूजा करने से ज्ञान, विवेक, धैर्य, साहस और बुद्धि की प्राप्ति होती है, ठाकुर जी की गुरु रूप में पूजा करने से अंधकारमय जीवन से मुक्ति मिलती है।