Pitru Paksh Ekadashi: (आकांक्षा तिवारी) हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है और इस दिन भगवान विष्णु की विधि- विधान से पूजा की जाती है। एकादशी का व्रत महीने दो बार किया जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि इन एकादशियों को अलग-अलग नामों से जाना जाता है और उन सभी का अपना-अपना महत्व है। पंचांग के अनुसार इस साल पितृ पक्ष की एकादशी 28 सितंबर 2024 को है। बता दें कि पितृ पक्ष में पड़ने वाली एकादशी का विशेष महत्व है और इस एकादशी को इंदिरा एकादशी के नाम से जाना जाता है।
एकादशी का महत्व
इंदिरा एकादशी में भगवान के अलावा पितरों के भी पूजा की जाती है। इस एकादशी का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि कहा जाता है कि इस व्रत को करने से आपके पितरों को मोक्ष प्राप्त होता है और वे बैकुंठ धाम जाते हैं। इसके साथ ही इस व्रत के प्रभाव से खुद के लिए भी स्वर्ग लोक को द्वार खुलते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि जो व्यक्ति इंदिरा एकादशी व्रत के दिन स्नान, दान, तर्पण, श्राद्ध कर्म और पिंडदान करता है। उन्हें भगवान विष्णु की उपासना के साथ-साथ पितरों का भी आशीर्वाद मिलता है।
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पूजा विधि
- एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
- उसके बाद पीले रंग के वस्त्र पहनें।
- पूजा के लिए एक चौकी पर भगवान विष्णु की तस्वीर या मूर्ति की स्थापित करें।
- इसके बाद पूजा के लिए कलश की स्थापना करें और कलश की पूजा करें।
- अब पूजा में दीप जलाएं और भगवान को पंचामृत अर्पित करें।
- इसके बाद भगवान को फूल, धूप, फल, अक्षत और माला चढ़ाएं।
- पूजा के अंत में व्रत कथा पढ़ें और भगवान की आरती करें।