September Ravi Pradosh Vrat: वैदिक पंचांग के अनुसार, आज प्रदोष व्रत रखा जाएगा। सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत ही विशेष महत्व है। प्रदोष व्रत वाले दिन श्रद्धापूर्वक भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना और व्रत करने का विधान है। जो लोग इस दिन सच्चे मन में भगवान महादेव की पूजा करते हैं उनकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। आज यानी 29 सितंबर को आश्विन का माह का पहला प्रदोष व्रत रखा जाएगा।

रविवार के दिन पड़ने से इसे रवि प्रदोष के नाम से जाना जाता है। रवि प्रदोष पितृपक्ष में की अवधि में पड़ रहा है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे देवों के देव महादेव को किस प्रकार प्रसन्न कर सकते हैं साथ ही साथ आज पितरों की भी कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

रवि प्रदोष के दिन जरूर करें यह उपाय

शिव चालीसा का पाठ

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रवि प्रदोष के दिन प्रातकाल उठकर स्नान-ध्यान करें। उसके बाद सफेद रंग का कपड़ा पहनें। वस्त्र धारण करने के बाद भगवान भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा और अर्चना करें। साथ ही साथ माथे पर सफेद तिलक लगाएं। इसके साथ ही शिवलिंग पर तिल, जल और शमी के पत्ते भी अर्पित करें।

इन सभी चीजों को अर्पित करने के बाद शिव चालीसा का पाठ करें। मान्यता है इस तरह से विधि-विधान से उपाय करने से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं। साथ ही अपनी कृपा भी बनाए रखते हैं।

धन संबंधी उपाय

शुभ फलों की प्राप्ति के लिए प्रदोष व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण पर्व है। प्रदोष व्रत के दिन शुभ मुहूर्त में भगवान भोलेनाथ की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करे। इसके साथ ही शिवलिंग पर केसर और शक्कर अर्पित करें। मान्यता है कि इस तरह के उपाय करने से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल जाता है। साथ ही भगवान शिव का आशीर्वाद भी रहता है।

प्रदोष व्रत के दिन इन चीजों का करें दान

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रवि प्रदोष व्रत के दिन सफेद रंग की चीज जैसे सफेद वस्त्र, दही, दूध और चावल आदि का दान करना शुभ होता है। मान्यता है कि इन चीजों का दान करने से भगवान शिव के साथ ही साथ पितर देव भी प्रसन्न होते हैं और अपने वंशजों पर कृपा बनाए रखते हैं।

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डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।