Ramlala's Pran pratishtha shubh muhurt: 22 जनवरी सोमवार को भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा है तो सर्वथा शास्त्र सम्मत मुहूर्त है। सूर्य का गोचर प्राण प्रतिष्ठा के दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में अंतिम अंश में होने से अभिजीत मुहूर्त है, इसलिए पूरी तरह से शुभ मुहूर्त बन रहा है। सोमवार के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग अमृत सिद्धि योग अनेक शुभकारी योग है। इसलिए मुहूर्त सर्वथा सही है
अयोध्या में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। वे सर्वथा व्यर्थ की बातें कर रहे हैं। देश के जाने-माने ज्योतिषाचार्य हस्तरेखा एवं कुण्डली विशेषज्ञ डॉ. मनीष गौतम के अनुसार गुरु बृहस्पति जी के अनुसार संपूर्ण सृष्टि विश्व गुण दोष से युक्त है। उसी तरह समय भी गुण दोष से संयुक्त रहता है और जब गुण ज्यादा हो दोष कम हो तो उसे मुहूर्त में स्वीकार किया जा सकता हैं।
नवमीं को हुआ था श्रीराम जी का जन्म
श्रीराम सूर्यवंश में प्रकट हुए सौर मास के अनुसार माघ मास भी चल रहा था। ऐसा कहा भी गया है उत्तरायण सूर्य प्रतिष्ठा शोभना भवेत् वशिष्ठ जी ने श्री राम के युवराज होने पर मुहूर्त बताते हुए कहा था। "सुदिन सुमंगल तबै जब राम होहिं युवराज" श्री राम का प्रकट होना नवमी तिथि को हुआ था। नवमी तिथि ज्योतिष शास्त्र के ग्रंथ एवं आचार्य शुभ कार्यों में वर्जित मानते हैं। रिक्ता तिथि शुभ कार्यों में ग्रहण नहीं किया जाता है, जबकि श्री राम जी के जन्म काल को सभी शुभ मानते हैं।
तुलसीदास जी ने कहा था
तुलसीदास जी ने राम जन्म के विषय में कहा "जोग लगन ग्रह वार तिथि सकल भये अनुकूल" लेकिन नवमी तिथि तो रिक्ता तिथि थी। ज्यादा सद्गुण होने से अगर थोड़ा बहुत दुर्गुण हो, तो भी दोष गुण में बदल जाते हैं। इस हिसाब से 22 जनवरी के दिन शुभ मुहूर्त है।
शुभ मुहूर्त का समय
22 जनवरी रामलला प्राणप्रतिष्ठा के शुभ मुहूर्त का क्षण 84 सेकंड का मात्र होगा, जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा। इसी बीच श्री राम लला मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा।