Religious: श्री यात्रा उत्सव समिति पटेल नगर भारत टॉकीज में सावन का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। रोजाना शिव भक्त शिवलिंग का निर्माण कर रहे है। भक्तों ने सवा लाख पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर दूध, दही, शहद और बेलपत्र से अभिषेक किया। समिति के अध्यक्ष गगन ठाकुर ने बताया कि शिवलिंग निर्माण में बड़ी संख्या में माता-बहनों ने भगवान शंकर को पूजन किया। गुरुवार को समापन अवसर पर भगवान शंकर का विशेष श्रृंगार, अभिषेक कर महाआरती की जाएगी। इस अवसर पर भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
हरियाली उत्सव
सांज वेलफेयर सेसाइटी की महिला सदस्यों द्वारा 12 नंबर स्लम बस्ती में महिलाओं के साथ हरियाली उत्सव धूमधाम से मनाया गया। 12 नंबर हनुमान मंदिर में अयोजित हरियाली तीज उत्सव में महिलाएं हरे परिधान में संवरकर आई और कई सांस्कृतिक कार्यक्रम में माग लिया। सांज वेलफेयर सोसायटी की अध्यक्ष रुचिका जैन ने बताया कि हरियाली उत्सव में 80 से ज्यादा महिलाएं शामिल हुई।
महिलाओं के वर्षा की रिमझिम बोखरों में सावन के गीत गाकर हरियाली तीज उत्सव को यादगार बनाया। तीज पर्व पर महिलाएं अपने पति, बच्चों सहित परिवार के खुशहाली की कामना भगवान से करती है। रुचिता जैन बताया कि हरियाली उत्सव में महिलाओं को सोलह श्रृंगार की सामयी देकर उन्हें भेोजन कराया गया। दुल्हन की तरह सज धज कर आई महिलाओं के लिए उत्सव में कई रंगारंग कार्यक्रमों के साथ चीयर रेस समेत कई प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस अवसर पर सावन के गीत और कजरी गाकर झूले का आनंद लिया।
अर्जी का सिलसिला
भोपाल। हज कमेटी ऑफ इंडिया ने मंगलवार रात से हज 2025 के ऑनलाइन हज आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। हज आवेदकों से आवेदन तिथि शुरू होने से पहले बने पासपोर्ट की अनिवार्यता रखते हुए इसकी वैधता 15 जनवरी 2026 तक होना जरूरी करार दिया है। आवेदन 9 सितंबर तक भरे जा सकेंगे। हज पॉलिसी 2025 के लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने कई बदलाव किए हैं, जिनका असर इस बार हज सफर पर पड़ने वाला है।
नए नियमों के मुताबिक अब हज यात्रा पर अधिकतम 65 वर्ष आयु के यात्री ही जा पाएंगे। बिना मेहरम के अकेले हज सफर पर जाने वाली महिलाओं के लिए आयु सीमा भी 45 से 60 वर्ष तक सीमित कर दी गई है। इधर, सेंट्रल हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज कमेटी के मार्फत हज पर जाने वाले हाजियों का कोटा 10 प्रतिशत कम कर दिया है, जबकि प्राइवेट टूर ऑपरेटर्स के कोटे में 10 प्रतिशत का इजाफा कर दिया है। इसके चलते देश को मिलने वाले कुल कोटे से महज 70 प्रतिशत हज यात्री हज कमेटी से हज पर जाएंगे, जबकि बाकी 30 प्रतिशत हज यात्रियों को टूर ऑपरेटर्स को महंगा खर्च अदा करने की मजबूरी रहेगी।