उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में महाशिवरात्रि पर शुक्रवार को लाखों श्रद्धालु पहुंचे और सरसू तट पर स्नान-ध्यान कर हनुमान गढ़ी, नागेश्वरनाथ मंदिर और रामलला की पूजा अर्चना की। इस दौरान यहां श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए काफी इंतजाम किए गए थे।
उज्जैन (मध्य प्रदेश)
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन में बाबा महाकल के धाम पहुंचकर परिवार सहित पूजा-अर्चना और आरती की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की सुख समृद्धि के लिए कामना की। CM मोहन यादव उज्जैन के ही रहने वाले हैं, वह महाकाल के अनन्य भक्त हैं।
अभिनेत्री और भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने महाशिवरात्रि पर उज्जैन पहुंचकर महाकालेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की। हेमा ने कहा, मैं मथुरा में बहुत विकास करना चाहती हूं। महाकालेश्वर की तर्ज पर हम भी बांके बिहारी में कॉरिडोर बनाना चाहते हैं। इससे ज्यादा से ज्यादा लोग दर्शन के लिए आएंगे।
महाशिवरात्रि पर ऐसे करें पूजा-अर्चना
- मुहूर्त: महाशिवरात्रि पर शुक्रवार के दिन परमसिद्धि का योग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य राकेश मिश्रा ने बताया कि इससे पहले यह मुहूर्त 11 साल पहले बना था। इस दिन व्रत-पूजन से शुक्र प्रदोष और महाशिवरात्रि का पुण्यलाभ एक साथ मिलता है।
- पूजन विधि: पं मोहनलाल द्विवेदी ने बताया, भक्तों को महाशिवरात्रि पर उपवास कर भोलेनाथ को जल, दूध, बेलपत्र, भांग धतूरा और पुष्प चढ़ाना चाहिए। बिल्व पत्र, आक, कनेर, द्रोण, कुश धतूरा, शमी पत्ते, नीलकमल, रुद्राक्ष, भस्म का विशेष महत्व है।
- आसपास मंदिर न हो तो घर में मिट्टी के शिवलिंग बनाकर पूजा कनी चाहिए। मिट़्टी के बर्तन में पानी या दूध रखें। इसमें धतूरा आक, चावल और बिल्व पत्र शिवलिंग को चढ़ाएं। शिवपुराण का पाठ कर कर महामृत्युजय मंत्र और ओम नम: शिवाय का जाप करें।
महाशिवरात्रि पर पूजन मुहूर्त
- निशिता काल: 9 मार्च को रात 12:13 से 01:01 बजे तक पूजा करें। पारण समय 9 मार्च को शाम 6:41 से 9:35 तक करें।
- रात्रि प्रथम पहर पूजा: 9 मार्च को शाम 6:33 से 9:35 तक करें।
- रात्रि द्वितीय पहर पूजा: 9 मार्च को शाम 9:35 से 12:37 तक करें।
- रात्रि तृतीय पहर पूजा: 9 मार्च को आधी रात 12:37 से 03:39 बजे तक
- रात्रि चतुर्थ पहर पूजा: 9 मार्च को तड़के 3:39 से 6:41 बजे तक