Vastu Tips For Bathroom : वास्तु शास्त्र हमें सभी चीजों के सही रख रखाव और उचित दिशाओं में रखने की जानकारी देता है। अगर आप अपने घर में सामान वास्तु के नियमानुसार रखते हैं तो यह समृद्धि का कारक बनती है। इसी के साथ वास्तु शास्त्र के नियमों का ध्यान ना दिया जाए तो आपको इसके अशुभ फल मिलते हैं। घर के सभी स्थानों में से सबसे महत्वपूर्ण स्थान बाथरूम होता है। बाथरूम में एक ऐसी जगह है जहां सकारात्मक ऊर्जा का होना बहुत जरूरी है। वास्तु में ऐसा माना जाता है कि किचन के मसाले से भरा एक बर्तन बाथरूम में रखते हैं तो इससे आपको बहुत सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं यही नहीं ऐसा करने से आपके पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। आईए जानते हैं प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित धर्मेंद्र दुबे से इस वास्तु उपाय के फायदों के बारे में।

वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम का महत्व
वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम को उत्तर या उत्तर पश्चिम दिशा में बनवाना चाहिए। बाथरूम एक ऐसा स्थान है जो जल तत्व से जुड़ा होता है। इस स्थान को हमेशा साफ और स्वच्छ बनाए रखना चाहिए। अगर आप बाथरूम में उचित जल निकासी सुनिश्चित करते हैं और नकारात्मक ऊर्जा से बचाने पर जोर देते हैं तो आपके यहां हमेशा खुशहाली बनी रहेगी। घर के बाथरूम में पॉजिटिव एनर्जी बनाए रखने के लिए कुछ पौधे और किचन मसालों को रखने की सलाह दी जाती है। मसाले की खुशबू से वातावरण स्वच्छ और शुद्ध बना रहता है जिसका पूरा असर घर के लोगों के मन पर पड़ता है।

बाथरूम में कौन से मसाले रखें
घर के बाथरूम में कांच के बाउल में दालचीनी, इलायची और लौंग जैसे सुगंधित मसाले को रखें और उनकी शक्ति का उपयोग करें। इन मसाले की प्राकृतिक सुगंध वातावरण को ना सिर्फ सुगंधित बनाते हैं बल्कि आपके दैनिक जीवन में आराम और तनाव मुक्ति बनी रहती है। यह चिकित्सीय लाभों को भी बढ़ाने का तरीका माना जाता है। मसाले की सुगंध से बाथरूम एक स्पा जैसे माहौल में बदल जाता है।

रोगाणुरोधी गुण होते हैं मसाले में
मसाले के रोगाणुरोधी गुण घर के बाथरूम का वातावरण ताजा और स्फूर्तिदायक बनाने में योगदान देते हैं। बाथरूम को शांति के माहौल में बदल कर अपनी दिनचर्या को ऊर्जावान और उन्नत कर सकते हैं। मसाले का कटोरा बाथरूम में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और घर का संतुलन संतुलित बना रहता है।

(रुचि राजपूत)