Ravana Dahan Muhurta: कब मनाई जाएगी विजयादशमी, जानें ले रावण दहन का मुहूर्त और शुभ कार्य

Vijayadashami Ravana Dahan Muhurta: विजयादशमी के दिन रावण का पुतला जलाया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है पुतला जलाने के लिए भी शुभ मुहूर्त तय होता है। तो आइए शुभ मुहूर्त के बारे में जानते हैं।;

Update:2024-10-10 14:29 IST
रावण दहन मुहूर्तRavana Dahan Muhurta
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Vijayadashami Ravana Dahan Muhurta: आश्विन माह के शुक्ल पक्ष के दशमी तिथि को दशहरा यानी विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन माता दुर्गा ने महिषासुर नाम के दानव का वध किया था। इसके साथ ही भगवान श्री राम ने रावण का भी वध किया था। दशहरा का पर्व बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत हुई थी। इसलिए इस दिन को विजयादशमी के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन जगत जननी मां दुर्गा और श्रीराम जी की पूजा विधि-विधान से की जाती है। जो लोग सच्चे मन से भगवान श्री राम और माता दुर्गा की पूजा करते हैं उन्हें शुभ फल की प्राप्ति होती है। 

दशहरा के दिन रावण का पुतला जलाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। तो आज इस खबर में जानेंगे कि विजयादशमी के दिन रावण का पुतला जलाने का शुभ मुहूर्त क्या है। इसके साथ ही इस दिन कौन से शुभ कार्य करने चाहिए।

विजयदशमी की शुभ तिथि

पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि की शुरुआत 12 अक्टूबर दिन शनिवार को सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर होगी। वहीं दशमी तिथि की समाप्ति अगले दिन यानी 13 अक्टूबर को सुबह 9 बजकर 8 मिनट पर होगी। ज्योतिषियों के अनुसार, दशहरे के दिन श्रवण नाम का शुभ नक्षत्र भी बन रहा है। इस नक्षत्र की शुरुआत 12 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 25 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 13 अक्टबर की सुबह 4 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। दशहरे के दिन सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग का भी निर्माण हो रहा है। 

रावण दहन का मुहूर्त

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, दशहरे के दिन रावण दहन किया जाता है। दशहरा यानी 12 अक्टूबर को रावण दहन करने का शुभ मुहूर्त शाम े 5 बजकर 45 मिनट से लेकर रात्रि के 8 बजकर 15 मिनट तक है। इस शुभ मुहूर्त में रावण का पुतला फूंक सकते हैं।

दशहरे के दिन करें ये शुभ कार्य

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दशहरा यानी विजयादशमी की तिथि को सिद्धिदायक तिथि के रूप में जाना जाता है। इसलिए विजयादशमी के दिन कई ऐसे शुभ कार्य होते हैं, जिन्हें करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस दिन घर का निर्माण, गृहप्रवेश, नामकरण, यज्ञोपवीत संस्कार, अक्षर लेखन, मुंडन, और भूमि पूजन करने का अच्छा दिन होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन इन कार्यों को करने से जीवन की सारी विघ्न बाधाएं दूर हो जाती हैं।

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डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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