Vivah muhurat 2024: नए साल में शुभ विवाह के 72 दिन, जाने किस माह में शादी के कितने मुहूर्त

Vivah muhurat 2024 in India
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साल 2024 में विवाह के शुभ मुहूर्त।
Vivah Muhurat 2024: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक वर्ष 2024 में 21 अप्रैल के बाद व मई-जून में विवाह के लिए कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं हैं। 16 जुलाई देवशयनी एकादशी से चातुर्मास लगने के कारण नवम्बर तक विवाहों पर विराम लग जाएगा।

Vivah muhurat 2024: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक वर्ष 2024 में 21 अप्रैल के बाद व मई-जून में विवाह के लिए कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं हैं। 16 जुलाई देवशयनी एकादशी से चातुर्मास लगने के कारण नवम्बर तक विवाहों पर विराम लग जाएगा। नए साल में कुल 72 दिन विवाह सहित अन्य मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं। शुक्र अस्त होने के कारण दो माह विवाह मुहूर्त नहीं हैं। 16 जुलाई से चातुर्मास लग जाएगा। जिसके कारण गुरु, शुक्र अस्त रहेंगे।

इनकी स्थिति महत्वपूर्ण।
15 मार्च से खरमास के कारण 16 जुलाई से 12 नवंबर तक भी विवाह नहीं होंगे। इसके अलावा 15 मार्च से 16 अप्रेल के बीच मीन राशि की संक्रांति होने के कारण खरमास रहेगा 16 जुलाई को देवशयनी एकादशी है।
चातुर्मास के दौरान भी विवाह नहीं हो सकेंगे।

शुभ मुहूर्त 10 दिन (Vivah muhurat 2024)
साल 2024 के जनवरी माह में विवाह मुहूर्त केवल दस दिन है। इसके अलावा विवाह के मुहूर्त नहीं बन रहे हैं। विवाह के लिए गुरु और शुक्र ग्रह का अच्छी स्थिति में होना जरूरी होता है।

इन दिनों है विवाह मुहूर्त (Vivah muhurat 2024)

  • जनवरी महीने के 16, 17, 20, 21, 22, 27, 28, 29, 30 और 31 को विवाह के मुहूर्त हैं।
  • फरवरी में बीस दिन- 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 12, 13, 14, 17, 18, 19, 23, 24, 25, 26, 27 और 29 को।
  • मार्च में नौ दिन- 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 11 और 12.
  • अप्रैल में पांच दिन- 18, 19, 20, 21 और 22.
  • जुलाई में आठ दिन 3, 9, 10, 11, 12, 13, 14 और 15 को।
  • नवंबर में नौ दिन 16, 17, 18, 22, 23, 24, 25, 26 और 28 को विवाह के मुहूर्त हैं।
  • दिसंबर में ग्यारह दिन 2, 3, 4, 5, 9, 10, 11, 12, 13, 14 और 15 को विवाह के मुहूर्त हैं।
  • फरवरी महीने में सबसे ज्यादा विवाह के शुभ मुहूर्त बन रहे हैं।

ज्योतिषाचार्य के अनुसार विवाह के लग्न मुहूर्त देखते समय गुरु और शुक्र ग्रह का अच्छी स्थिति में होना जरूरी होता है। इनमें से एक भी ग्रह अस्त होने या खराब स्थिति में होने पर उस तिथि में विवाह का मुहूर्त नहीं बनता है। देवगुरु बृहस्पति और शुक्रदेव को विवाह के लिए कारक माना जाता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु और शुक्रग्रह मजबूत स्थिति में होते हैं तो जल्द शादी के योग बनते हैं। इन दोनों ग्रहों के कमजोर होने पर विवाह में बाधा आने लगती है। यह भी माना जाता है, कि गुरु और शुक्र तारा के अस्त होने पर विवाह नहीं किया जाता। हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष 2024 में 23 अप्रैल से 30 जून के बीच शुक्र ग्रह अस्त होने के कारण विवाह नहीं होंगे।

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