(रुचि राजपूत)

Wedding Rituals: विवाह के बाद नव विवाहित दूल्हा दुल्हन के लिए कई सारे रीति रिवाज होते हैं, हिंदू विवाह में कुछ रीति रिवाज ऐसे होते हैं जिन्हें सदियों से पारंपरिक रीति रिवाज के अनुसार निभाया जा रहा है। ऐसे ही कई रिवाज में से एक है नई नवेली दुल्हन का लाल रंग की चूड़ियों के साथ काले रंग की चूड़ियों का पहनना। क्या है इसके पीछे की वजह जानते हैं प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित धर्मेंद्र दुबे से।

देखा जाए तो काले रंग को हिंदू धर्म में अशुभ रंग माना जाता है। कोई भी शुभ काम करने पर काले रंग को पहनने की मनाही होती है। खासतौर पर विवाह समारोह में दूल्हा दुल्हन से काले रंग को कोसों दूर रखा जाता है। मगर कुछ जगहों पर दुल्हन को काले रंग की चूड़ियां पहनें देखा जाता है। आइए जानते हैं इस अजीबो-गरीब रिवाज के बारे में।

पंडित जी के अनुसार बेशक काले रंग को शुभ कार्य करने के समय उपयोग करना अशुभ माना जाता है। काले रंग को शुभ अवसरों पर इस्तेमाल करना वर्जित माना गया है। मगर यह अशुभ नहीं होता है काला रंग नकारात्मक ऊर्जा को अपने में समाहित कर लेता है। इसलिए काले रंग को मांगलिक और शुभ अवसरों पर इस्तेमाल किया जा सकता है। 

ज्योतिष शास्त्र में इसके कुछ उपाय बताए गए हैं। नई नवेली दुल्हन के काली चूड़ियां पहनने से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है, और नई दुल्हन को किसी की बुरी नजर नहीं लगती। 

दुल्हन को काली चूड़ियां सवा महीने, 6 महीने और सवा साल तक पहनने से घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती।

घर की आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है और नई दुल्हन के घर में प्रवेश करने पर घर में बरकत बनी रहती है।