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Ranji trophy Semi Final: 36 साल के अजिंक्य रहाणे 2 साल से भारतीय टेस्ट टीम से बाहर हैं इसके बावजूद उनकी वापसी की उम्मीद जिंदा है। रहाणे पिछली बार जुलाई 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में खेले थे। फिलहाल, वह रणजी ट्रॉफी 2024-25 में मुंबई टीम की अगुवाई कर रहे और अब तक उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है। 

इस सीजन में रहाणे ने अब तक 8 मैचों में 437 रन बनाए हैं। पिछले हफ्ते रणजी ट्रॉफी क्वार्टरफाइनल में उन्होंने हरियाणा के खिलाफ 31 और 108 रनों की पारियां खेलीं, जिससे मुंबई ने 152 रन से जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बनाई। सेमीफाइनल में मुंबई का सामना नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में विदर्भ से हो रहा। इससे पहले रहाणे ने एक इंटरव्यू में कहा कि उनमें अभी भी क्रिकेट के लिए वही जुनून और आग बाकी है।

अब भी फिट वापसी पर नजर: रहाणे
रहाणे ने कहा, 'मैं पहले से ज्यादा अनुभवी हो गया हूं लेकिन खुद को अब भी युवा महसूस करता हूं। मैं फिट हूं और सबसे ऊंचे स्तर पर खेलने के लिए तैयार हूं। क्रिकेट के प्रति मेरा जुनून अब भी वैसा ही है। मेरे अंदर रन बनाने की भूख है। मैं कभी संतुष्ट नहीं होता और चीजों को हल्के में नहीं लेता।'

'खबरों में बने रहना भी जरूरी होता है'
रहाणे ने अपनी क्रिकेट यात्रा के दौरान एक नई चीज सीखी है। उन्होंने कहा कि उन्हें हमेशा सिर्फ क्रिकेट पर ध्यान देना पसंद था, लेकिन अब उन्होंने महसूस किया है कि खबरों में बने रहना भी जरूरी होता है।

 उन्होंने कहा, 'मैं शुरू से ही शर्मीला था लेकिन अब मैंने खुलकर बात करना शुरू किया है। मेरा फोकस सिर्फ क्रिकेट खेलने और घर जाने पर रहता था। मुझे कभी किसी ने नहीं बताया कि आगे चलकर कुछ और चीजें भी जरूरी होंगी। आज भी कभी-कभी लगता है कि बस क्रिकेट खेलो और घर जाओ। लेकिन अब लोग कहते हैं कि खुद की मेहनत के बारे में बात करना जरूरी है। लोग कहते हैं कि खबरों में बने रहना भी जरूरी है, वरना ऐसा लगेगा कि मैं सर्कल से बाहर हो गया हूं।'

रहाणे ने आगे कहा, 'मैं फिलहाल रणजी ट्रॉफी खेल रहा हूं और मुंबई को जीत दिलाने में पूरा योगदान दे रहा। मेरा एक ही लक्ष्य है—टीम इंडिया में फिर से वापसी करना। कुछ साल पहले मुझे टीम से बाहर किया गया था, लेकिन मैंने रन बनाए और फिर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए टीम में शामिल किया गया। उसके बाद फिर से बाहर कर दिया गया। लेकिन मैं जो कर सकता हूं, वह सिर्फ खेलना है। मुझे लगता है कि मैं अभी भी भारतीय टीम की सेवा कर सकता हूं। मुझमें अभी भी क्रिकेट बाकी है।'