Virat Kohli-Gautam Gambhir Interview: भारत बनाम बांग्लादेश चेन्नई टेस्ट से एक दिन पहले बीसीसीआई ने एक धमाकेदार वीडियो शेयर किया है। इसमें टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली और मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर एक-दूसरे से सवाल-जवाब करते नजर आ रहे। बीसीसीआई ने इस इंटरव्यू का पूरा वीडियो अभी शेयर नहीं किया है। लेकिन, जो हिस्सा अभी साझा किया है, वो बड़ा मजेदार है। 

बीसीसीआई ने वीडियो को कैप्शन दिया, "एक बहुत ही खास इंटरव्यू। महान क्रिकेट दिमाग कैसे काम करते हैं, इस पर गहन अंतर्दृष्टि के लिए बने रहें।" 100 सेकंड के इस वीडियो क्लिप में, विराट-गंभीर को 2011 विश्व कप फाइनल में तीसरे विकेट के लिए उनकी मैच विनिंग साझेदारी का वीडियो दिखाया गया है।

इससे पहले गंभीर ने कोहली की ऑस्ट्रेलिया में 2014/15 की सीरीज को याद किया और इसकी तुलना 2009 में न्यूजीलैंड के खिलाफ नेपियर में उनकी 137 रन की पारी से की। हालांकि, कोहली ने ब्लॉकबस्टर इंटरव्यू के टीज़र को यह कहते हुए खत्म किया कि दोनों अपने रिश्ते से संबंधित "सारे मसाले को खत्म करने" के लिए तैयार हैं। कोहली ने कहा, "हम यहां हैं। हम एक लंबा सफर तय कर चुके हैं और सारे मसाले खत्म कर रहे हैं। कोहली के ऐसा बोलते ही गंभीर हंसने लगते हैं। 

गंभीर ने विराट के 2014-15 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेली गई पारियों का जिक्र करते हुए कहा, "तुमने ऑस्ट्रेलिया में खूब रन बनाए थे। तुम उस दौरे पर अलग ही जोन में थे। मेरे लिए नेपियर में कुछ ऐसा ही था। अगर मैं पीछे मुड़कर देखूं तो क्या ऐसा हो सकता है कि मैं ढाई दिन बल्लेबाजी कर लूं। मुझे नहीं लगता है कि मैं फिर से ऐसा कर सकता हूं। इसके बाद मैं कभी उस जोन में गया ही नहीं हूं।"

कोहली ने 2014-15 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 4 टेस्ट में 86 की औसत से करीब 700 रन बनाए थे। वहीं, 2009 के न्यूजीलैंड दौरे पर गंभीर ने नेपियर टेस्ट में ढाई दिन बल्लेबाजी की थी और 436 गेंद में 137 रन बनाकर भारत को हार से बचाया था। 

इसके बाद कोहली ने गंभीर से पूछा कि जब आप मैदान पर विरोधियों से भिड़ते हैं तो आपको क्या लगता है कि आप अपने जोन से बाहर आ जाएंगे और आउट हो जाएंगे या फिर आपको लगता है कि इससे आप और मोटिवेट होकर बेहतर खेल पाएंगे। इस पर गंभीर ने हंसते हुए कहा, "तुम मुझसे ज्यादा मैदान पर भिड़े हो, पंगे लिए हैं। मुझे लगता है कि तुम इस सवाल का जवाब ज्यादा बेहतर दे सकते हो। विराट ने इसे मानते हुए कहा, मैं तो यही देख रहा हूं कि कोई मेरी बात से इत्तेफाक रखता है या नहीं। मैं ये नहीं बोल रहा कि ये गलत है। मैं तो यही सोच रहा कि कोई तो बोले कि हां यही होता है।"