Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन पाकिस्तान में होना है लेकिन भारत ने वहां जाकर मुकाबले खेलने से इनकार कर दिया है। इसके बाद से ही पाकिस्तान ने भी टूर्नामेंट का बहिष्कार करने की धमकी दी है। ऐसे में अब ये खबर आ रही है कि अगर पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाईब्रिड मॉडल पर राजी नहीं होता है तो टूर्नामेंट को पूरी तरह साउथ अफ्रीका में शिफ्ट किया जा सकता है। 

ऐसा कहा जा रहा है कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को प्रस्ताव दिया है कि भारत के मैच संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आयोजित किए जाएं। बीसीसीआई ने पिछले सप्ताह आईसीसी को अपने निर्णय के बारे में सूचित कर दिया है कि वह अगले वर्ष पाकिस्तान में होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम को सीमा पार नहीं भेजेगा।

पीसीबी सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है कि क्रिकेट बोर्ड को आईसीसी से एक ईमेल मिला है, जिसमें कहा गया है कि बीसीसीआई ने उन्हें ये जानकारी दी है कि भारतीय क्रिकेट टीम चैंपियंस टॉफी के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी। पीसीबी ने उस ईमेल को सलाह और मार्गदर्शन के लिए पाकिस्तान सरकार को भेज दिया है। 

पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने हालांकि हाइब्रिड मॉडल पर चर्चा की संभावना से साफ इनकार कर दिया है। नकवी ने हाल ही में कहा था,"आज तक हाइब्रिड मॉडल के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है और हम इस तरह के मॉडल पर चर्चा करने के लिए तैयार नहीं हैं।" न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, यदि पीसीबी हाइब्रिड मॉडल पर सहमत नहीं होता है, तो दक्षिण अफ्रीका टूर्नामेंट की मेजबानी कर सकता है।

क्या पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी नहीं खेलेगा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार चैंपियंस ट्रॉफी से अपनी टीम को हटाने का फैसला कर सकती है। दोनों देशों के बीच बढ़ते राजनयिक तनाव के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध एक दशक से अधिक समय से निलंबित हैं।

पाकिस्तानी अखबार डॉन ने एक सूत्र के हवाले से कहा, "ऐसे मामले में, सरकार जिन विकल्पों पर विचार कर रही है, उनमें से एक विकल्प पीसीबी से यह सुनिश्चित करने के लिए कहना है कि पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी में भाग न ले।" वैसे आईसीसी ने पीसीबी को आश्वासन दिया है कि अगर वह हाइब्रिड मॉडल पर सहमत होता है तो उसे "पूरी मेजबानी फीस" मिलेगी और "अधिकांश मैचों" की मेजबानी मिलेगी।