Harshit Rana: हर्षित राणा को कैसे मिली गेंदबाजी की अनुमति, 12वां खिलाड़ी बनकर चटकाए 3 विकेट; भारत को ऐसे दिलाई जीत

How Harshit Rana Bowl against england innings IND vs ENG 4th T20I Pune
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हर्षित राणा की किस्मत मैच के बीच चमकी
Harshit Rana in IND vs ENG: तेज गेंदबाज हर्षित राणा अचानक 12वें खिलाड़ी के तौर पर गेंदबाजी करने लगे। उन्होंने इंग्लैंड के 3 विकेट लेकर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

IND vs ENG: पुणे में खेले गए चौथे टी20 में भारत ने इंग्लैंड को 15 रनों से हरा दिया। तेज गेंदबाज हर्षित राणा और लेग स्पिनर रवि बिश्नोई की गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाज नहीं चल सके और 166 रन पर ढेर हो गए। हालांकि हर्षित राणा की टीम में अचानक एंट्री ने सभी को चौंका दिया। वह शिवम दुबे के चोटिल होने की वजह से प्लेइंग 11 में शामिल हुए। जानिए आईसीसी के बनाए गए किस नियम के तहत हर्षित राणा को टीम इंडिया में एंट्री मिली।

हर्षित राणा प्लेइंग 11 में कैसे आए?
इंग्लैंड की पहली के दौरान तेज गेंदबाज हर्षित राणा को कप्तान सूर्यकुमार यादव ने गेंद थमाई तो उन्होंने मैच का पासा ही पलट दिया। राणा ने 4 ओवर की गेंदबाजी में 33 रन देकर 3 अहम विकेट चटका दिए। हालांकि क्रिकेट फैंस यही सोच रहे हैं कि हर्षित राणा मैच की शुरुआत में प्लेइंग 11 में नहीं थे तो अचानक से कैसे आ गए। इसकी वजह थी शिवम दुबे को सिर में चोट लगना।

जी हां, दरअसल भारतीय पारी के आखिरी ओवर में शिवम दुबे के सिर पर गेंद लगी। हेलमेट से कवर होने के बावजूद दुबे चोटिल हो गए। चोट की गंभीरता को देखते हुए वह दूसरी पारी में फील्डिंग करने भी नहीं सके। इसके बाद कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में उनकी जगह तेज गेंदबाज हर्षित राणा को प्लेइंग इलेवन में जगह मिल गई। इस तरह राणा टी20 में डेब्यू करने वाले भारत के 119वें खिलाड़ी बन गए।

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क्या होता है कन्कशन सब्स्टीट्यूट?
क्रिकेट में कन्कशन सब्स्टीट्यूट का नियम 1 अगस्त 2019 से लागू किया गया था। आमतौर पर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उसकी जगह कोई दूसरा खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं हो सकता, ब्लकि फील्डिंग ही कर सकता है, लेकिन कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम के मुताबिक अगर किसी खिलाड़ी को गर्दन के ऊपर चोट लगे तो उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों कर सकता है। कन्कशन सब्स्टीट्यूट मैच रेफरी की अनुमति से ही मिलता है। शिवम दुबे के मामले में ऐसा ही हुआ, जब गेंद उनके हेलमेट पर लगी। ऐसे में हर्षिण राणा को प्लेइंग 11 में मौका मिल गया और उन्होंने सुनहरे मौके का जमकर फायदा उठाया।

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