Team India coach Gautam Gambhir: टीम इंडिया ने इन दिनों श्रीलंका में टी20 और वनडे सीरीज खेल रही है। टीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर का यह पहला दौरा है, जिसका आगाज शानदार हुआ है। उनकी कोचिंग में मेन इन ब्लू ने टी20 सीरीज को 3-0 से अपने नाम किया। टीम सिलेक्शन से लेकर आखिरी टी20 मैच में कुछ हैरान करने वाले फैसलों तक, गंभीर छाए रहे हैं। आखिरी टी20 में जब श्रीलंका मैच जीतने वाली थी तो गंभीर की अचूक चाल ने उसे चारों खाने चित कर दिया और भारत को रोमांचक जीत दिलाई। जीत के हीरो कप्तान सूर्यकुमार यादव और रिंकू सिंह बने, जिन्होंने आखिरी 2 ओवरों में गेम पलटा और श्रीलंका को उसी के घर में क्लीन स्वीप कर दिया।
दरअसल, गौतम गंभीर ने अपने कोचिंग करियर की पहली ही सीरीज में ने कुछ ऐसा किया, जिससे विश्व क्रिकेट को हैरान है। हर जगह गंभीर की तारीफ हो रही है। माना जा रहा है कि गंभीर की रणनीति का ही नतीजा रहा कि तीसरे टी20 में रिंकू सिंह और आखिरी ओवर में सूर्यकुमार यादव ने गेंदबाजी की। दोनों ने जादुई ओवर डाले और श्रीलंकाई बल्लेबाजों के होश उड़ा दिए।
कैसे हारी हुई बाजी जीत गया भारत?
अब मैच की बात करते हैं और जानते हैं कि आखिर कैसे भारत ने हारी हुई बाजी जीत ली। तीसरे टी20 में टीम इंडिया ने भारत ने 20 ओवरों में 9 विकेट खोकर 137 रन किए थे। श्रीलंका ने बढ़िया शुरुआत की थी। पहला विकेट 58 रन पर गिरा. दूसरा विकेट 110 रन पर। आखिरी 5 ओवरों में 30 रन चाहिए थे। इसके बाद भारत की तरफ से कसी हुई बॉलिंग हुई। मामला आखिरी 2 ओवरों तक पहुंचा, जहां श्रीलंका को 12 गेंदों पर 9 रन चाहिए थे, ये वो मोमेंट था, जहां से लंका की जीत तय मानी जा रही था, क्योंकि उनके हाथ में इस वक्त 6 विकेट थे, लेकिन 19 और 20वें ओवर में कुछ ऐसा हुआ, जिसकी किसी ने उम्मीद हीं की थी।
आखिरी के 2 ओवरों में श्रीलंका जीत की दहलीज पर था। सूर्या ने 19वां ओवर पार्ट टाइम स्पिनर रिंकू सिंह देकर सभी को चौंका दिया। रिंकू ने इससे पहले कभी टी20 इंटरनेशनल में गेंदबाजी नहीं की थी। वे कप्तान की उम्मीदों पर खरा उतरे और 19वें ओवर में मैच का रुख पलट दिया। उन्होंने कुल 3 रन देकर 2 विकेट लिए। अब आखिरी ओवर में 6 रन चाहिए थे।
20वें ओवर में कप्तान ने संभाला मोर्चा
20वें ओवर में सूर्यकुमार यादव ने गेंदबाजी में मोर्चा संभाला। श्रीलंका को 6 रन चाहिए थे। 4 विकेट हाथ में थे। सूर्या ने पहली गेंद पर कोई रन नहीं दिया। दूसरी और तीसरी गेंद पर विकेट लिया। चौथी गेंद पर असिका फर्नांडों ने 1 रन ले लिया. 5वीं गेंद पर 2 रन आए। आखिरी बॉल पर 3 रनों की जरूरत थी, लेकिन महज 2 रन ही बने। इस तरह मैच टाई हो गया। फिर सुपर ओवर में वाशिंगटन सुंदर ने कमाल की बॉलिंग की और 4 ओवरों में 2 विकेट गिरा दिए. भारत को 3 रन का टारगेट मिला। सूर्या ने आते ही पहली बॉल पर चौका लगाया और टीम को जीत दिला दी। आखिरी ओवरों में सूर्या-रिंकू सिंह से बॉलिंग कराने का फैसला गंभीर की ही रणनीति बताया जा रहा है।
क्यों गंभीर युग से हैरान है दुनिया?
दरअलल, जब से गौतम गंभीर हेड कोच बने हैं तब से वो चौंकाने वाले फैसले ले रहे हैं। पहले उन्होंने हार्दिक की जगह सूर्या के नाम पर कप्तानी की मुहर लगाई। फिर फिर शुभमन गिल को वनडे और टी20 का उपकप्तान बना दिया। टी20 विश्व कप 2024 के बार रेस्ट पर गए सीनियर खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा को वनडे सीरीज के लिए बुलाया। इसके बाद अब टी-20 सीरीज के आखिरी मैच में सूर्या और रिंकू ने गेंदबाजी कर 'गंभीर युग' का ऐलान कर दिया. जिसे देख दुनिया भी हैरान है।