Cricketer Simi Singh In Hospital: भारतीय मूल के आयरिश ऑलराउंडर सिमी सिंह इस वक्त गंभीर रूप से बीमार है और गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।  सिमी का लिवर ट्रांसप्लांट होना है। उनकी पत्नी अपने लिवर का एक हिस्सा डोनेट करेंगी। फिलहाल, एक्यूट लिवर फेलियर की वजह से वो आईसीयू में है। बता दें कि सिमी सिंह का जन्म पंजाब में हुआ है। लेकिन, क्रिकेट आयरलैंड की तरफ से खेलते हैं। 

सिमी ने पंजाब की तरफ से अंडर-14 और अंडर-17 ऐज ग्रुप क्रिकेट खेला था। लेकिन, अंडर-19 टीम में जगह नहीं बना सके। इसके बाद उन्होंने होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए आयरलैंड जाने का फैसला लिया। हालांकि, यहां आने के बाद भी क्रिकेट से कनेक्शन नहीं टूटा और 2006 में वो पेशेवर क्रिकेटर के रूप में डबलिन के मालाहाइड क्रिकेट क्लब में शामिल हो गए। इसके बाद उन्हें आयरलैंड की तरफ से खेलने का मौका मिला और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। सिमी ने वनडे में 39 और टी20 में 44 विकेट लिए हैं और 2021 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे में शतक भी ठोका था। 

सिमी सिंह आईसीयू में भर्ती
सिमी सिंह के ससुर परविंदर सिंह ने क्रिकेटर की तबीयत के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने बताया, "लगभग पांच-छह महीने पहले, जब सिमी डबलिन में थे, तो अजीब तरह का बुखार हुआ जो बार-बार आता-जाता रहता था। उन्होंने वहां जांच कराई, लेकिन कोई निर्णायक बात सामने नहीं आई। वहां के डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें बीमारी का मूल कारण नहीं पता चल पाया है और इसलिए वे दवाई शुरू नहीं करेंगे।"

सिमी का लिवर ट्रांसप्लांट होना है
सिमी के ससुर ने आगे बताया, "सिमी की सेहत बिगड़ती जा रही थी, इसलिए हमने 'बेहतर चिकित्सा' के लिए भारत में इलाज कराने का फैसला किया। जून के अंत में सिमी मोहाली आ गई और अलग-अलग डॉक्टरों के परामर्श के बाद जुलाई की शुरुआत में पीजीआई, चंडीगढ़ में उनका इलाज शुरू हुआ। वहां टीबी के लिए इलाज शुरू किया गया और उसे एंटीबायोटिक्स दिए गए। बाद में, रिपोर्ट में पता चला कि उसे टीबी नहीं है।"

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सिमी का बुखार कम नहीं हुआ तो फिर परिवार उन्हें मोहाली के निजी अस्पताल ले गया। वहां, पता चला कि सिमी को टीबी नहीं है। लेकिन, डॉक्टरों ने उन्हें 6 हफ्ते टीबी की दवा खाने को कहा। टीवी की दवाओं के साथ उन्हें स्टेरॉयड भी दिए गए। उसके बाद उनका बुखार फिर से बढ़ने लगा और पीलिया हो गया। अगस्त के आखिरी हफ्ते में उन्हें फिर से पीजीआई ले जाया गया, जहां उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया। लेकिन उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई और पीजीआई के डॉक्टरों ने पाया कि उन्हें एक्यूट लिवर फेलियर है। इसके बाद सिमी सिंह को गुरुग्राम के निजी अस्पताल में ले जाने की सलाह दी गई, क्योंकि उनके कोमा में जाने की संभावना थी। 

सिमी अब मेदांता में लिवर ट्रांसप्लांट का इंतजार कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिमी की पत्नी अगमदीप कौर, जो डबलिन में एक कामकाजी पेशेवर हैं। उन्होंने अपने लिवर का एक हिस्सा डोनेट करने की सहमति दे दी है।