What is Right to match in ipl auction: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 का मेगा ऑक्शन सऊदी अरब के जेद्दाह में जारी है। नीलामी का सोमवार को दूसरा दिन है। पहले दिन 4 टीमों ने right to match card का इस्तेमाल कर खिलाड़ियों को खरीदा था। इस कार्ड के जरिए सबसे पहले बिकने वाले प्लेयर अर्शदीप सिंह बने थे। पंजाब किंग्स ने अर्शदीप को RTM का इस्तेमाल कर 18 करोड़ रुपये में दोबारा टीम से जोड़ा था। इसके अलावा जेक फ्रेजर-मैकगर्क को दिल्ली कैपिटल्स ने 9 करोड़ में RTM का इस्तेमाल कर खरीदा था। 

अब सवाल उठता है कि आखिर राइट टू मैच कार्ड होता है? क्या इससे पहले भी आरटीएम का इस्तेमाल हुआ है। ये काम कैसे कर सकता है। आइए सारे सवालों के जवाब जानते हैं। बता दें कि right to match card का पहली बार 2018 में इस्तेमाल हुआ था। लेकिन 2022 में हुए मेगा ऑक्शन में इसे हटा दिया गया था। हालांकि, इस सीजन में इसे फिर से लागू किया गया है। लेकिन इस बार इसमें थोड़ा बदलाव किया गया है। 

क्या होता है Right to Match
राइट टू मैच कार्ड फ्रेंचाइजी के लिए एक विकल्प की तरह होता है, जिसका इस्तेमाल कर वो ऑक्शन में उस खिलाड़ी को वापस हासिल कर सकती, जिसने उसने नीलामी से पहले रिलीज कर दिया था। नीलामी में दूसरी फ्रेंचाइजी उस खिलाड़ी पर बड़ी भी लगा दे लेकिन पुरानी फ्रेंचाइजी के पास rtm rule से उस खिलाड़ी को वापस खरीदने का मौका मिलता है। 

कैसे काम करता है RTM Card?
किसी प्लेयर के लिए नीलामी में बोली लगती है तो आखिरी बोली लगाने वाली फ्रेंचाइजी उस प्लेयर को खरीदने की स्थिति में होती है। उसी दौरान ऑक्शनर पुरानी टीम से पूछता है क्या वो राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल करना चाहेगी? अगर जवाब हां में तो मिला, तो फिर उस खिलाड़ी पर अधिकतम बोली लगाने वाली टीम को अपनी बोली बढ़ाने का अंतिम मौका दिया जाता है। इसे अर्शदीप सिंह के उदाहरण से समझ सकते हैं। नीलामी के पहले दिन अर्शदीप को पंजाब किंग्स ने RTM का इस्तेमाल कर दोबारा खरीदा था। 

इस बार RTM में क्या नया?
एक समय अर्शदीप पर 15.75 करोड़ की बोली के साथ सनराइजर्स हैदराबाद सबसे आगे थी। पिछले सीजन में अर्शदीप पंजाब किंग्स के साथ थे। ऐसे में पंजाब के पास उनके लिए RTM Card इस्तेमाल करने का मौका था। लेकिन, उससे पहले हैदराबाद टीम जो सबसे ऊंची बोली के साथ अर्शदीप को खरीदने की रेस में सबसे आगे थी को बोली बढ़ाने का फाइनल मौका दिया। इसके बाद हैदराबाद ने अर्शदीप के लिए 15.75 करोड़ से सीधे 18 करोड़ की बोली लगा दी। इसके बाद पंजाब किंग्स ने राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल करते हुए इतने ही राशि पर अर्शदीप सिंह को खरीद लिया और दोबारा वो पंजाब के हो गए। 

रिटेंशन को लेकर नए नियम जारी किए गए थे। इसके तहत एक फ्रेंचाइजी ज्यादा से ज्यादा 6 खिलाड़ी ही रिटेन कर सकती है। अगर कोई 6 खिलाड़ियों को रिटेन करती है, तो उस स्थिति में फ्रेंचाइजी को ऑक्शन के दौरान राइट टू मैच (RTM) कार्ड इस्तेमाल करने का मौका मिलेगा। केकेआर ने अपने कोटे के 6 खिलाड़ी रिटेन किए थे। ऐसे में उसके पास एक भी RTM Card नहीं था।