Ishan Kishan Duleep Trophy 2024 : दलीप ट्रॉफी 2024 का दूसरा राउंड अनंतपुर में गुरुवार से शुरू हो गया। इंडिया-बी की जहां इंडिया-सी से टक्कर हो रही। वहीं, इंडिया-ए का मुकाबला इंडिया-डी से चल रहा। दूसरे राउंड के शुरू होने से पहले गुरुवार सुबह से ही सोशल मीडिया पर ‘bring back Ishan Kishan’ ट्रेंड कर रहा था और उस फैंस की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब इंडिया-बी के खिलाफ मैच के लिए इंडिया-सी की प्लेइंग-11 का ऐलान हुआ तो उसमें ईशान किशन का नाम था। उन्हें आर्यन जुयाल के स्थान पर टीम में जगह मिली।
ईशान किशन, जिन्होंने बुची बाबू टूर्नामेंट में झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के लिए शतक लगाकर रेड बॉल क्रिकेट में शानदार वापसी की थी। उन्हें दलीप ट्रॉफी में इंडिया-डी टीम के लिए खेलना था। इस टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन कर वो टीम इंडिया में वापसी का अपना दावा मजबूत कर सकते थे। लेकिन बुची बाबू टूर्नामेंट के दौरान एक कमर की चोट के कारण किशन को दलीप ट्रॉफी के पहले दौर से हटना पड़ा था।
संजू सैमसन ने इंडिया-डी टीम में किशन की जगह ली थी। चूंकि बीसीसीआई ने केवल किशन को दलीप ट्रॉफी के पहले दौर से बाहर रखा था, इसलिए दूसरे दौर से इस तेजतर्रार बल्लेबाज के खेलने की उम्मीदें काफी बढ़ गई थीं। हालांकि, जब बीसीसीआई ने भारत बनाम बांग्लादेश पहले टेस्ट के लिए चुने गए खिलाड़ियों के बाद दलीप ट्रॉफी के लिए खिलाड़ियों की संशोधित सूची जारी की थी, तो उसमें किशन का नाम किसी भी टीम में नहीं था। इसके बाद से ये सवाल उठने लगे थे कि आखिर ईशान किशन कहां हैं और उनकी रिकवरी कैसी चल रही?
ड्रामा यहीं खत्म नहीं हुआ। दलीप ट्रॉफी के दूसरे दौर के शुरू होने से पहले ही गुरुवार सुबह से 'ईशान किशन को वापस लाने' की मांग सोशल मीडिया पर जोर पकड़ने लगी, तब बीसीसीआई ने एक बड़ा सरप्राइज दिया। किशन को गुरुवार को अनंतपुर में इंडिया बी के खिलाफ होने वाले मैच के लिए इंडिया सी की प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया। किशन ने इंडिया सी इलेवन में आर्यन जुयाल की जगह ली।
हैरानी की बात ये है कि ईशान किशन मूल रूप से इंडिया-सी टीम का हिस्सा नहीं थे। उन्हें इंडिया-डी के स्क्वॉड में शामिल किया गया था और बीते मंगलवार को बीसीसीआई ने जो रिवाइज्ड स्क्वॉड जारी किया था, उसमें ये साफ बताया था कि इंडिया-सी चार टीमों में से इकलौती है, जिसमें कोई बदलाव नहीं किया गया। लेकिन इसके बावजूद, बिना किसी पूर्व घोषणा के, किशन का नाम दूसरे दौर के मैच के लिए इंडिया-सी के प्लेइंग-11 में नजर आ गया।
किशन पिछले साल दक्षिण अफ्रीका दौरे तक तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम का नियमित हिस्सा थे। उस दौरे के बीच से ही भारत लौटने के विकेटकीपर-बल्लेबाज के फैसले ने सब कुछ बदल दिया। मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का हवाला देते हुए उन्होंने खुद को घरेलू क्रिकेट से अनुपलब्ध कर लिया, जो अजित अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति को पसंद नहीं आया। किशन को न केवल सभी टीमों से बाहर कर दिया गया, बल्कि केंद्रीय अनुबंधों से भी बाहर कर दिया गया था।