3rd test ind vs aus: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट 14 दिसंबर से ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर खेला जाएगा। भारत के एडिलेड टेस्ट गंवाने के बाद अब 5 मैच की सीरीज 1-1 से बराबर हो गई है। भारतीय टीम एडिलेड टेस्ट गंवाने के बाद एक्शन मोड में है और ब्रिसबेन के लिए रवाना होने से पहले मंगलवार को एडिलेड में ही जमकर अभ्यास किया। लेकिन, इस प्रैक्टिस सेशन में टीम के उपकप्तान जसप्रीत बुमराह नहीं उतरे। अब ये एडिलेड टेस्ट में लगी चोट के कारण हुआ या फिर टीम मैनेजमेंट ने उनके वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत ऐसा किया, ये देखने वाली बात होगी। मोहम्मद सिराज ने भी मंगलवार को अभ्यास नहीं किया। 

भारत की बल्लेबाजी कमजोर कड़ी
भारत के 4 में से तीन पारियों में 200 से कम स्कोर पर सिमटने के बाद, बल्लेबाजी यूनिट ने एडिलेड ओवल में नेट पर खूब पसीना बहाया और अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश की। भारत ने अब तक सीरीज में 150, 487/6, (पर्थ में), 180, 175 (एडिलेड में) का स्कोर बनाया। दो भारतीय बल्लेबाजों ने अब तक शतक बनाया है, जिसमें यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली ने पर्थ में क्रमशः 161 और नाबाद 100 रन की पारी खेली थी। 

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केएल राहुल ने सलामी बल्लेबाज के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अपनी किसी भी पारी को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए, उनका सर्वोच्च स्कोर 77 रन रहा है।ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी ने निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए प्रभावशाली प्रदर्शन किया है और दोनों टेस्ट मैचों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके 163 रन सीरीज में अब तक तीसरा सर्वोच्च स्कोर हैं, जायसवाल ने 185 रन बनाए हैं और तालिका में शीर्ष पर चल रहे हेड ने 240 रन बनाए हैं।

बुमराह पर जरूरत से ज्यादा डिपेंड भारतीय टीम
ट्रेविस हेड के तूफान के आगे एडिलेड में भारतीय गेंदबाजी कमजोर नजर आई। बुमराह को दूसरे छोर से कोई खास सपोर्ट नहीं मिला। इसी वजह से उनपर अतिरिक्त दबाव नजर आया। हालांकि, मोहम्मद सिराज ने जरूर 4 विकेट झटके। लेकिन, हेड को रोकने में वो भी नाकाम रहे। पर्थ में टेस्ट डेब्यू पर प्रभावित करने वाले हर्षित राणा एडिलेड में एकदम भटके नजर आए। 

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पर्थ में बुमराह ने 8 विकेट चटकाए, खास तौर पर पहली पारी में पांच विकेट, जो पहले टेस्ट में निर्णायक साबित हुए। मेहमान टीम के 150 रन पर आउट होने के बाद बुमराह ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी लाइन-अप को हिलाकर रख दिया, जो केवल 104 रन ही बना सकी और बढ़त खो बैठी।

इसके बाद बुमराह ने एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में चार विकेट चटकाए, लेकिन वे बहुत ज़्यादा थके हुए थे, क्योंकि एक बार उनकी हैमस्ट्रिंग में चोट लग गई थी और उन्हें डॉक्टर की मदद की ज़रूरत पड़ी थी। हालांकि, बाद में वे सामान्य रूप से गेंदबाजी करने लगे और संभावित चोट की आशंकाओं को दूर किया। 

हेड का कोई हल ढूंढना होगा?
भारत को ट्रेविस हेड का जल्द कोई हल ढूंढना होगा। पर्थ में भले ही ऑस्ट्रेलिय़ा हार गया था लेकिन उन्होंने 101 गेंद में 89 रन की पारी खेली थी और इसके बाद तो एडिलेड में वो कदम आगे निकले और 141 गेंद में 140 रन की तूफानी पारी खेल मैच को भारत की पहुंच से दूर ले गए। इतना ही नहीं, उन्होंने भारत के खिलाफ पिछले साल वनडे विश्व कप और उससे पहले wtc final में भी शतक ठोका था और हर बार उनके शतक से ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ जीत ही मिली है। 

शमी की कमी रोहित को खल रही
अब भारत को मोहम्मद शमी की काफी कमी खल रही। शमी को अभी भी बीसीसीआई की मेडिकल टीम की तरफ से ऑस्ट्रेलिया की उड़ान भरने का ग्रीन सिग्नल नहीं मिला है। जबकि वो प्रोफेशनल क्रिकेट में कमबैक कर चुके हैं और वर्तमान में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टी20 टूर्नामेंट में खेल रहे। पिछले साल वनडे विश्व कप के बाद शमी के टखने की सर्जरी हुई थी, जिसके बाद उन्हें लंबे समय तक पुनर्वास में रहना पड़ा।

यदि शमी टेस्ट मैच की फिटनेस के स्तर तक नहीं पहुंच पाते हैं और शेष 3 टेस्ट के लिए अनुपलब्ध रहते हैं, जो कि संभव है, तो बुमराह का फिट रहना और अपने खेल के शीर्ष पर बने रहना ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ और भी अहम हो जाएगा। ऑस्ट्रेलिया ने बुमराह का बड़ी चतुराई से एडिलेड में सामना किया और उनके खिलाफ विकेट नहीं गंवाए और बाकी भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ अटैकिंग क्रिकेट खेली।