Kanpur Test: कानपुर टेस्ट में टीम इंडिया ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। महज 2 दिन के खेल में मैच का पांसा पलट दिया। दो दिन बारिश की वजह से खेल बाधित हुआ तो लगा कि कानपुर टेस्ट ड्रॉ हो जाएगा, लेकिन कोच गौतम और कप्तान रोहित शर्मा दोनों जीत को लेकर 'गंभीर' थे। नतीजन, जीत के लिए मास्टर प्लान बनाया गया। असल में भारत के सामने जो स्थिति बनी, उसमें खिलाड़ियों की आक्रामकता ही नतीजा दिला सकती थी। रणनीति के साथ भारतीय टीम पहली पारी में बल्लेबाजी करने उतरी। किसी को अंदाजा भी नहीं था कि टेस्ट में टी20 की बल्लेबाजी देखने को मिलेगी। सभी बल्लेबाजों को सख्त हिदायत थी कि चौथे दिन ही बढ़त बनानी है और बांग्लादेश को दूसरी पारी खिलानी है। सब कुछ प्लान के मुताबिक हुआ। भारत ने बढ़त भी बनाई और चौथे दिन का खेल खत्म होने तक बांग्लादेश को 2 झटके भी दिए।
टेस्ट का पांचवां दिन
मंगलवार को टेस्ट के पांचवे दिन टीम इंडिया ने पहले सत्र में ही बांग्लादेश को घुटनों पर ला दिया। टीम इंडिया के गेंदबाजों ने बांग्लादेश के बचे हुए 8 विकेट गिरा दिए। सबसे बड़ी चुनौती शादमन इस्लाम और मोमिनुल हक के विकेट जल्दी गिराना था। यह काम अश्विन ने बखूबी अंजाम दिया। मोमिनुल हक 2 रन पर आउट हो गए। इसके बाद आकाश दीप ने शादमन इस्लाम को चलता कर दिया।
कप्तान नजमुल हसन शांतो ने कुछ देर टिकने की कोशिश की, लेकिन जाडेजा ने उन्हें बोल्ड कर बांग्लादेश को बड़ा झटका दिया। इसके बाद मुश्फिकुर रहीम ने धैर्य से बल्लेबाजी की। इस बीच जाडेजा यही नहीं रुके। उन्हें लिटन दास और शाकिब अल हसन के बड़े बल्लेबाजों को भी अपना शिकार बनाया। वह 37 रन के स्कोर तक पहुंचे कि उन्हें बुमराह ने जमकर आफ कटर बॉल पर बोल्ड कर दिया। पूरी बांग्लादेश टीम 146 रन पर सिमट गई।
बुमराह ने किया खुलासा
टेस्ट के बाद तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा कि 2 दिन खेल प्रभावित होने के बाद जीत हासिल करना अच्छा है। यह जीत बहुत स्पेशल है। ऐसे समय में आप अपने अनुभव का उपयोग करते हैं। यह कहना आसान है, लेकिन करना आसान नहीं है। कानपुर की पिच चेन्नई से अलग थी। हमने भारत में काफी क्रिकेट खेला है और विकेट की प्रकृति को समझते हैं।
आकाश दीप के पास बहुत हिम्मत, वह 100 प्रतिशत देता है
बुमराह ने कहा कि मैं भी अब उस भूमिका में हूं, जहां मैं अन्य गेंदबाजों की मदद करता हूं। आकाश दीप अक्सर मेरे पास आता है और मुझसे पूछता है आपको क्या लगता है कि मुझे क्या करना चाहिए? उसके पास बहुत हिम्मत है और जब भी वह गेंदबाजी करता है तो अपना सर्वश्रेष्ठ देता है। विश्वकप के बाद हमें ब्रेक मिला और हम टेस्ट सीरीज की तैयारी कर रहे थे।
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भारत ने आखिरी दिन बांग्लादेश के 8 विकेट चटकाएं। शुरुआत अश्विन ने की। उन्होंने पिछली पारी के शतकवीर मोमिनुल हक को अपने पहले ही ओवर में आउट करके बांग्लादेश की लय बनने से पहले ही तोड़ दी। इसके बाद जसप्रीत बुमराह (3 विकेट), रवींद्र जाडेजा (3 विकेट), रवि अश्विन (3 विकेट) और आकाशदीप को एक सफलता मिली। इस तरह बांग्लादेश की दूसरी पारी 146 रनों पर सिमट गई। वहीं, भारत के पास पहले से 52 रनों की लीड थी। इसका फायदा उसे दूसरी पारी में मिला। भारत को टेस्ट जीतने के लिए महज 95 रनों का लक्ष्य मिला। जिसे टीम इंडिया ने 3 विकेट खोकर 17.2 ओवर में हासिल कर लिया।