IND vs AUS 5th Test: ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम को मिल रही हार के बाद रोहित शर्मा की कप्तानी और बल्लेबाजी पर सवाल किए जा रहे हैं। मेलबर्न में टीम की हार से फैंस काफी मायूस हैं, क्योंकि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश करने का सपना काफी हद तक टूट चुका है।
इस बीच ऑस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लॉर्क ने रोहित शर्मा को लेकर कहा है कि रोहित ने अपने करियर में इतना कुछ अचिव किया है कि वह खुद अपनी शर्तों पर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं। लगातार 3 टेस्ट से फेल हो रहे रोहित शर्मा पर धीरे-धीरे दबाव बढ़ रहा है।
एडिलेड, ब्रिसबेन और एमसीजी इन तीनों जगह रोहित के बल्ले से कोई बड़ी पारी नहीं निकली। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे कि क्या वह प्लेइंग 11 में शामिल करने योग्य खिलाड़ी है भी नहीं? रोहित के अलावा टीम के दूसरे दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली भी लगातार ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंदों पर आउट हो रहे हैं। उनकी यह कमजोरी हाल की नहीं है ब्लकि वह कई सालों से इससे जूझते चले आ रहे हैं, लेकिन अब तक इसका कोई परमानेंट तोड़ नहीं पा सके हैं।
रोहित को सिडनी टेस्ट में प्लेइंग 11 से बाहर करने की अटकलों पर क्लॉर्क का मनाना है कि मुझे निश्चित रूप से लगता है कि वह सिडनी में अच्छा प्रदर्शन करेगा। मुझे नहीं लगता कि उन्हें ड्रॉप करेंगे। क्लार्क ने शुक्रवार से शुरू होने वाले पांचवें टेस्ट से पहले ईएसपीएन को बताया कि मुझे लगता है कि रोहित ने खेलने का अधिकार है और वह कप्तान हैं। जब आप कप्तान होते हैं तो आपको थोड़ी अधिक छूट भी मिलती है।
हालांकि उनके आंकड़े अच्छे नहीं हैं लेकिन फिर भी उन्हें अपनी शर्तों पर खेलने का अधिकार है। पता नहीं सिडनी उनका आखिरी टेस्ट होगा या नहीं। मुझे यकीन नहीं है कि वह क्या सोच रहे हैं, या टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से भारत क्या कर रहा है।
उन्होंने कहा- मुझे यकीन नहीं है कि रोहित कप्तानी के बारे में कैसा महसूस करते हैं... उनका अभी दूसरा बच्चा हुआ है, इसलिए कौन जानता है कि वहां क्या होने वाला है, लेकिन मुझे लगता है कि वह सिडनी में जरूर खेलेंगे।
कप्तानी से पहले रोहित का बल्लेबाजी औसत 46.87 का था, लेकिन कप्तानी के बाद यह 30.58 का रह गया। मेरे हिसाब से चिंता की बात यह है कि भारत ने पर्थ टेस्ट में बुमराह की कप्तानी में अच्छा प्रदर्शन किया। रोहित वापस आए तो टीम का बल्लेबाजी क्रम स्थिर हो गया, लेकिन रोहित अभी भी एक महान खिलाड़ी हैं। उन्हें खेलते हुए देखना काफी अच्छा लगता है मुझे उम्मीद है कि वह कुछ रन बनाएगा
नीतीश कुमार रेड्डी प्रतिभाशाली खिलाड़ी
माइकल क्लार्क ने नीतीश कुमार रेड्डी के बारे में कहा कि वह प्रतिभाशाली बल्लेबाज है। एमसीजी में उसने 8वें नंबर पर आकर शतक ठोका था। मुझे लगता है उसे ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करनी चाहिए। मुझे लगता है कि रेड्डी को निश्चित रूप से छठे या सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए। वह 21 साल की उम्र में भारत का अग्रणी रन-स्कोरर रहा है, जो अविश्वसनीय है।
रेड्डी ने सभी को प्रभावित किया है। वह किसी भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज से नहीं डरता है। जब भी उसे धैर्य रखने की जरूरत होती है तो वह धैर्य रखता है। उसने बहुत अच्छी तरह से बल्लेबाजी की है। उसने अपना इरादा दिखाया है। वह बल्लेबाजी करता है, गेंदबाजी करता है और फील्डिंग करता है। यह लड़का भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बहुत अच्छी खोज है।