Discover of India Nitish Kumar Reddy: नीतीश कुमार रेड्डी ऑस्ट्रेलिया में हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की खोज बनकर उभरे हैं। उन्होंने पिछले 2 महीने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन किया। 

रेड्डी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा- ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच देखने के लिए अलार्म लगाने से लेकर वहां खेलने के अनुभव तक पिछले 2 महीने में एक खिलाड़ी और एक व्यक्ति के रूप में विकसित होने के लिए मुझे बहुत मौके मिले। हम जैसा चाहते हैं, वैसा नहीं हुआ। हम फिर से मजबूत वापसी करेंगे।  

रेड्डी का ड्रीम डेब्यू 
नीतीश कुमार रेड्डी ने पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पदार्पण किया। 5 मैचों की सीरीज के लिए अंतिम-11 में अपना स्थान बरकरार रखा। 21 वर्षीय नीतीश कुमार रेड्डी ने अपने बल्ले से काफी रन बनाए। उन्होंने 37.25 की औसत से 298 रन बनाए। सीरीज में वह भारत के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। रेड्डी ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर 114 रनों की पारी खेली। उन्होंने अपने करियर का पहला शतक ठोका। यह पल उनके लिए बेहद खास बन गया।  

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सीरीज में ऑलराउंड परफॉर्मेंस
नीतीश रेड्डी ने बल्ले के साथ-साथ गेंदबाजी भी अच्छी की। उन्होंने सीरीज में 44 ओवर की गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट चटकाएं। उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 32 रन देकर 2 विकेट है। युवा खिलाड़ी को अपने अच्छे परफॉर्मेंस की काफी प्रशंसा मिली। उन्हें सभी प्रारूपों में फिट माना गया।  
   
अच्छे प्रदर्शन का मिला ईनाम 
नीतीश कुमार रेड्डी ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 सीरीज में किया। जहां उन्होंने दिल्ली में 74 रन की शानदार पारी खेली थी। उन्हें अच्छे प्रदर्शन का ईनाम भी मिला और 22 जनवरी से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही 5 मैचों की टी-20 सीरीज में भी उन्हें भारतीय स्क्वॉड में शामिल किया गया