Nitish Kumar reddy Tattoo: नीतीश कुमार रेड्डी ने भारत के लिए पर्थ टेस्ट में डेब्यू किया और पहले ही मुकाबले में ये दिखा दिया कि उनमें कितना दम है। पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिचेल स्टार्क की तिकड़ी के खिलाफ रेड्डी ने बेखौफ बल्लेबाजी की और भारत को 150 रन के स्कोर तक पहुंचाने में अहम रोल निभाया। रेड्डी ने भारत की तरफ से सबसे अधिक 41 रन बनाए। इस प्रदर्शन के बाद रेड्डी ने अपनी बेखौफ बैटिंग का राज खोला।
दरअसल, नीतीश रेड्डी के हाथ पर एक टैटू बना है, जिसमें एक टाइगर और वॉरियर है। इसी टैटू से उन्हें ताकत मिलती है और वो दुनिया के सबसे खूंखार गेंदबाजों के आगे भी खौफ में नहीं आए और जमकर बल्लेबाजी की। पर्थ टेस्ट के पहले दिन के खेल के बाद नीतीश रेड्डी ने अपने टैटू को लेकर कहा, 'टैटू में योद्धा और बाघ को दिखाया गया है। जब भी मैं टैटू देखता हूं, तो मुझे ऐसा लगता है कि जब आप केंद्र में खेल रहे हैं तो आप योद्धा हैं।'
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नीतीश ने हाथ में बने टैटू का राज खोला
नीतीश ने टैटू को लेकर आगे कहा, 'जब एक बाघ जंगल में अपनी टैरिटरी बनाता है, तो वह किसी अन्य जानवर या किसी अन्य चीज़ को उस क्षेत्र में आने की अनुमति नहीं देता है। इसलिए मैं ऐसा ही महसूस करना चाहता हूं। जब आप मैदान में होते हैं, तो आपको ऐसा होना चाहिए जैसे आप राजा हैं। इसलिए मैं ऐसा ही होना चाहता हूं और इसी सोच के साथ बल्लेबाजी के लिए उतरा था। खुश हूं कि मैं अच्छा प्रदर्शन कर पाया।'
नीतीश ने पहली पारी में 41 रन ठोके
नीतीश कुमार रेड्डी ने पर्थ टेस्ट की पहली पारी में अहम भूमिका निभाई। पहले बल्लेबाजी करने के बाद भारत 31.4 ओवर में 73 रन पर 6 विकेट खोकर मुश्किल में फंस गया था। इसके बाद रेड्डी ने मेहमान टीम के लिए अहम भूमिका निभाई। रेड्डी ने 59 गेंदों पर 6 चौकों और एक छक्के की मदद से 41 रन बनाए। उन्होंने नाथन लियोन की गेंद पर दो रिवर्स स्वीप भी लगाए। रेड्डी ने सातवें विकेट के लिए ऋषभ पंत के साथ 48 रन की साझेदारी भी की। पंत ने 38 गेंदों पर 37 रन बनाए।
रेड्डी ने 3 ओवर भी गेंदबाजी की, और हालांकि वे कोई विकेट नहीं ले पाए, लेकिन उन्होंने 1.33 की इकॉनमी रेट से केवल चार रन दिए। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 51.2 ओवर में 104 रन पर आउट कर दिया और अपनी पहली पारी में 46 रन की बढ़त हासिल की।