Champions Trophy: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट बोर्ड आमने-सामने हैं। आईसीसी बीच का रास्ता निकालने की कोशिश कर रहा है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने आईसीसी से लिखित में कहा कि टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी खेलने पाकिस्तान नहीं जाएगी। 

भारत चाहता है कि यूएई या श्रीलंका में उसके मैच आयोजित कराए जाएं। इधर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) हायब्रिड मॉडल के बिलकुल विरोध में आ गया है। पाक बोर्ड चाहता है कि चैंपियंस ट्रॉफी पूरी तरह से पाकिस्तान में ही खेली जाए। अगर भारत यहां नहीं आता तो उसके बिना ही टूर्नामेंट का आयोजन होना चाहिए। इससे साथ ही अगर चैंपियंस ट्रॉफी दूसरे किसी देश में आयोजित होती है तो पाकिस्तान उसका बायकॉट करने पर भी विचार कर रहा है। 

पीसीबी ने आईसीसी को पत्र लिखकर बीसीसीआई से इस बात का लिखित में स्पष्टीकरण मांगा है कि वे पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी खेलने में असमर्थ क्यों हैं, साथ ही इसका कारण भी बताएं।

आईसीसी ने पिछले शुक्रवार को पीसीबी को बताया था कि 9 फरवरी से पाकिस्तान में तीन स्थानों पर खेले जाने वाले टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम को पाकिस्तान की यात्रा करने के लिए भारत सरकार ने बीसीसीआई को अनुमति नहीं दी है, लेकिन पीसीबी चाहता है बीसीसीआई की ओर से लिखित में दिया गया कि वे इसमें भाग लेने में असमर्थ हैं, साथ ही इसका औचित्य भी बताया।

पीसीबी हाइब्रिड मॉडल पर मानने को तैयार नहीं है। 2023 में एशिया कप हायब्रिड मॉडल पर खेला गया था, जहां भारत ने अपने मैच श्रीलंका में खेले थे। पीसीबी का कहना है कि हर बार पाकिस्तान अपने हितों की अनदेखी नहीं करेगा। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अपने रूख पर अडिग है। बोर्ड को पाक सरकार से भी समर्थन प्राप्त है। 
 
पीसीबी का यह भी कहना है कि चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी 3 साल पहले पाकिस्तान को मिली थी। उस समय कोई आपत्ति नहीं उठाई गई थी। माना जाता है कि पीसीबी ने अक्टूबर में आईसीसी की बोर्ड बैठकों में प्रगति रिपोर्ट प्रदान की थी, जिसमें 11 नवंबर को 100-दिवसीय लॉन्च कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का इरादा भी शामिल था, जिसमें कोई चिंता नहीं जताई गई थी।