Rachin Ravindra Hundred: न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर रचिन रवींद्र ने भारत के खिलाफ बैंगलुरू टेस्ट के तीसरे दिन शतक जमाया। ये रचिन का टेस्ट करियर का दूसरा शतक है। उन्होंने टेस्ट में वनडे के अंदाज में बल्लेबाजी की और महज 124 गेंद में अपना शतक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने 11 चौके और 2 छक्के मारे। दिलचस्प बात ये है कि इसी मैदान पर पहली पारी में भारतीय टीम महज 46 रन पर ढेर हो गई थी और वहीं, रचिन ने वनडे के अंदाज में धुंआधार शतक जमाया। वह 2012 के बाद भारत में शतक लगाने वाले पहले कीवी बल्लेबाज हैं। उनसे पहले रॉस टेलर ने बैंगलुरू में ही 113 रन ठोके थे। 

रचिन रवींद्र के लिए बैंगलुरू एक तरह से होम ग्राउंड ही है क्योंकि उनके पिता बैंगलुरू के ही हैं और उन्होंने जवागल श्रीनाथ जैसे खिलाड़ियों के साथ क्लब क्रिकेट खेला है। लेकिन, काफी साल पहले नौकरी के सिलसिले में न्यूजीलैंड चले गए थे और फिर वहीं बस गए। लेकिन, भारत और क्रिकेट से उनका नाता जुड़ा रहा। रचिन हर साल भारत में खेलने आते रहे और शायद उसी का ये नतीजा है कि आज रचिन ने अपने होम ग्राउंड में दूसरी टेस्ट सेंचूरी ठोक दी। 

इस दौरान रचिन ने टिम साउदी के साथ रिकॉर्ड शतकीय साझेदारी की और भारत के खिलाफ टेस्ट में दूसरी सबसे तेज शतकीय साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। भारत के खिलाफ टेस्ट में सबसे तेज शतकीय साझेदारी का रिकॉर्ड पाकिस्तान के कामरान अकमल और शाहिद अफरीदी के नाम है। इस जोड़ी ने 2006 में भारत के खिलाफ लाहौर टेस्ट में छठे विकेट के लिए 129 गेंद में 170 रन जोड़े थे। वहीं, रचिन और साउदी के बीच 8वें विकेट के लिए अबतक 97 गेंद में 112 रन की साझेदारी हो चुकी है।