ranji trophy live score: केरल रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंच गया। गुजरात के खिलाफ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे पहले सेमीफाइनल के पांचवें दिन शुक्रवार को केरल ने गुजरात को पहली पारी में अपने 457 रन के जवाब में 455 रन पर ऑल आउट कर दिया। इस तरह केरल ने पहली पारी के आधार पर 2 रन की लीड हासिल कर ली। शुक्रवार को मैच का पांचवां और आखिरी दिन है और सीधा नतीजा आने की संभावना बेहद कम है। ऐसे में नियमों के तहत पहली पारी में जो टीम लीड हासिल करती है, उसे जीत मिलती है। इस लिहाज से केरल रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंच गया।
सेमीफाइनल मैच के पांचवें दिन का खेल नाटकीय रहा। केरल को पहली पारी की बढ़त के आधार पर फाइनल में पहुंचने के लिए गुजरात को 457 रन के भीतर रोकना था। गुजरात की टीम 455 रन तक पहुंच चुकी थी और उसे फाइनल में पहुंचने के लिए केवल 3 रन की जरूरत थी लेकिन केरल के गेंदबाजों ने संयम और धैर्य दिखाते हुए 455 रन पर ही गुजरात की पहली पारी समेट दी।
1⃣ wicket in hand
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) February 21, 2025
2⃣ runs to equal scores
3⃣ runs to secure a crucial First-Innings Lead
Joy. Despair. Emotions. Absolute Drama! 😮
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गुजरात को आखिरी दिन केरल से आगे निकलने के लिए 28 रन चाहिए थे और उसके तीन विकेट बाकी थे लेकिन केरल के जलज सक्सेना और आदित्य सरवटे ने अपनी टीम को 74 सालों में पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचाया। 1951-52 में इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में टीम ने पहली बार हिस्सा लिया था।
HISTORY! ONE RUN. It is that that one run again! For the first time in 74 years and 352 games, Kerala qualify for the #RanjiTrophy final after securing a nerve-racking first-innings lead over Gujarat in Ahmedabad. Absolute box-office finish. pic.twitter.com/CwQio7u3iJ
— Lalith Kalidas (@lal__kal) February 21, 2025
आखिरी पलों में बदला खेल
केरल के लिए जलज सक्सेना और आदित्य सरवटे ने अहम भूमिका निभाई। गुजरात के जयमीत पटेल और सिद्धार्थ देसाई ने चौथे दिन तक जबरदस्त बल्लेबाजी की थी, लेकिन पांचवें दिन दबाव बढ़ने के साथ दोनों चूक कर बैठे। पहले जयमीत एक लापरवाह शॉट खेलकर आउट हुए और फिर देसाई पवेलियन लौटे।
गुजरात के आखिरी बल्लेबाज अर्शन नागवासवाला ने जीत दिलाने की कोशिश की लेकिन उनका एक जोरदार शॉट पहले सिली पॉइंट पर खड़े बल्लेबाज सलमान निज़ार के सिर से टकराया और फिर कप्तान सचिन बेबी के हाथों में गेंद चली गई। इसी के साथ केरल ने 2 रन की बढ़त के आधार पर फाइनल का टिकट कटा लिया।
पहली बार फाइनल में पहुंचा केरल
केरल के लिए यह ऐतिहासिक उपलब्धि है। 1951-52 में पहली बार रणजी ट्रॉफी में खेलने के बाद यह पहली बार है जब टीम फाइनल में पहुंची है। कोच अमय खुरसिया और कप्तान सचिन बेबी की रणनीति और टीम का जज्बा इस ऐतिहासिक सफर में अहम रहा। फाइनल में केरल का सामना विदर्भ से होने की संभावना है।