R Ashwin Retirement: भारत के दिग्गज दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने 14 साल के क्रिकेट करियर से संन्यास का ऐलान किया। बुधवार को ब्रिसबेन टेस्ट ड्रॉ होते ही अश्विन ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ मिलकर मीडिया के सामने क्रिकेट छोड़ने की घोषणा कर दी। अश्विन को एडिलेड टेस्ट (डे-नाइट) में खिलाया गया था, जिसमें वह सिर्फ एक विकेट ही ले पाए थे।
कप्तान रोहित शर्मा ने अश्विन के संन्यास को लेकर कहा कि वह पर्थ टेस्ट के बाद संन्यास लेना ऐलान चाहते थे, लेकिन हमने उन्हें एडिलेड टेस्ट तक रुकने के लिए मना लिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अश्विन ने अपने संन्यास का फैसला करने से पहले कप्तान रोहित शर्मा से बात की थी। जिसमें उन्होंने रोहित से पूछा था कि क्या मेरी टीम में जगह बनती है। अगर नहीं तो मैं संन्यास ले लेता हूं। अश्विन के दिमाग में न्यूजीलैंड सीरीज के साथ ही संन्यास की बात चल रही थी। इस बीच उन्होंने टीम प्रबंधन से कहा था कि अगर मेरी जगह प्लेइंग 11 में नहीं बनती तो मैं ऑस्ट्रेलिया नहीं जाऊंगा।
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As @ashwinravi99 steps away from the game, skipper @ImRo45 remembers his efforts to keep Ashwin in the squad for the #AUSvIND pink ball test, but ultimately, the team respects his decision to retire. 🙌#AUSvINDOnStar 👉 4th Test | THU, 26th DEC, 4:30 AM only on Star Sports 1! pic.twitter.com/JT3v6DD00B
— Star Sports (@StarSportsIndia) December 18, 2024
दरअसल, पर्थ टेस्ट में टीम इंडिया की प्लेइंग 11 में अश्विन से पहले वाशिंग्टन सुंदर को तरजीह दी गई थी। इसके बाद कप्तान रोहित के आग्रह पर रवि अश्विन एडिलेड टेस्ट खेलने को तैयार हुए। हालांकि इसके बाद ब्रिसबेन में रवींद्र जडेजा को खिलाया गया। कप्तान रोहित का मानना है कि हर मैच में परिस्थितियां और रणनीति को देखकर 11 खिलाड़ियों को चुना जाता है।