ravichandran ashwin on retirement: रविचंद्रन अश्विन ने दोहराया कि उन्हें अपने इंटरनेशनल करियर को लेकर कोई पछतावा नहीं है और वह ग्रांड फेयरवेल जैसी किसी बात में यकीन नहीं करते। अश्विन ने बीते 18 दिसंबर को टेस्ट से संन्यास लिया था और वो कपिल देव के उस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि अश्विन बेहतर विदाई के हकदार थे।
पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव ने कमेंट किया था कि अश्विन अपने निर्णय के समय नाखुश दिखाई दिए और उन्होंने कहा कि ऑफ स्पिनर बेहतर, उचित विदाई के हकदार थे। हालांकि, अश्विन इस सोच से इत्तेफाक नहीं रखते हैं। उन्होंने एक यू-ट्यूब इंटरव्यू में कहा, 'जहां तक मेरा सवाल है, भव्य विदाई गलत है। मुझे नहीं लगता कि आपको किसी को भव्य विदाई समारोह देना चाहिए। मैं नहीं चाहता कि कोई मेरे लिए एक बूंद आंसू बहाए। मुझे लगता है कि भव्य विदाई सुपर सेलिब्रिटी संस्कृति का हिस्सा है।'
अश्विन ने आगे कहा, 'हमें किसी के पीछे क्यों भागना चाहिए? मैं समझता हूं कि हम किसी के पीछे इसलिए भागते हैं क्योंकि हम उससे प्यार करते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि लोगों को किसी की उपलब्धियों, उसके द्वारा छोड़ी गई विरासत, उसके खेल को छोड़ने के तरीके और खेल के बारे में उसके द्वारा की गई बातों से प्रेरणा लेनी चाहिए। लेकिन मुझे लगता है कि विदाई गलत है। अगर कोई मैच सिर्फ़ मेरा जश्न मनाने के लिए आयोजित किया गया है, तो मुझे लगता है कि यह खेल के प्रति अन्याय होगा। मुझे इस बारे में कोई पछतावा नहीं है। बिल्कुल भी पछतावा नहीं है। अगर मैं 537 विकेट लेकर खुश नहीं हूं, तो फिर मैं किस बात पर खुश होऊँगा? मुझे किसी ऐसी चीज़ के लिए दुखी क्यों होना चाहिए जो है ही नहीं?