Rahul Dravid vs Gautam Gambhir: इस साल जुलाई में टीम इंडिया के लिए एक नए युग की शुरुआत हुई, जब राहुल द्रविड़ के जाने के बाद गौतम गंभीर ने टीम इंडिया के हेड कोच के रूप में कमान संभाली। द्रविड़ का कार्यकाल भारत के टी20 विश्व कप जीत के साथ खत्म हुआ। अब गंभीर पर इस सफलता को बरकरार रखने की चुनौती है। भारत को विश्व क्रिकेट के शिखर पर बनाए रखने के लिए न केवल गंभीर बल्कि उनके सहयोगी स्टाफ पर भी बहुत अधिक दबाव है। 

गंभीर की कोचिंग यात्रा टी20 सीरीज में श्रीलंका पर 3-0 की शानदार जीत के साथ सकारात्मक रूप से शुरू हुई, जिसने सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व में सबसे छोटे प्रारूप में एक नए युग की शुरुआत की। हालांकि, इसके बाद वनडे सीरीज में भारत हार गया। अब गंभीर और द्रविड़ की कोचिंग स्टाइल को लेकर ऋषभ पंत ने बड़ी बात कही है। उन्होंने बताया है कि द्रविड़ के जाने के बाद भारतीय ड्रेसिंग रूम में क्या बदलाव हुआ है। 

ऋषभ पंत ने हाल ही में गौतम गंभीर के नेतृत्व में काम करने के बारे में अपने अनुभव साझा किए। पंत ने कहा, "मुझे लगता है कि राहुल भाई एक इंसान और कोच के तौर पर बहुत संतुलित थे। यह अच्छा और बुरा दोनों हो सकता है। सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही चीजें हैं, और यह इस बात पर निर्भर करता है कि व्यक्ति किस पर ध्यान केंद्रित करना चाहता है। गौती भाई (गंभीर) अधिक आक्रामक हैं, वे इस बात को लेकर बहुत एकतरफा हैं कि आपको हर हाल में जीतना है। लेकिन आपको सही संतुलन खोजने और सुधार करने की जरूरत है।"

भारतीय क्रिकेट टीम 19 सितंबर से 2 टेस्ट की सीरीज के लिए बांग्लादेश की मेजबानी करेगी। बांग्लादेश ने हाल ही में पाकिस्तान को 2 टेस्ट की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था। पंत का आगामी सीरीज के लिए टेस्ट टीम में वापसी करना लगभग तय है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि इंग्लैंड में भारत की पिछली टेस्ट सीरीज के दौरान विकेटकीपिंग करने वाले और बल्ले से प्रभावशाली प्रदर्शन करने वाले ध्रुव जुरेल टीम में अपनी जगह बरकरार रख पाते हैं या नहीं।