Sachin Tendulkar meets vinod kambli: सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली की दोस्ती के किस्से मशहूर हैं। भारतीय क्रिकेट में अगर किन्हीं दो खिलाड़ियों की दोस्ती की मिसाल दी जाती है तो वो सचिन और कांबली ही हैं। दोनों ने एक ही गुरु रमाकांत आचरेकर से क्रिकेट की बारीकियां सीखीं...एक साथ ही स्कूल और घरेलू क्रिकेट की शुरुआत की और फिर इंटरनेशनल क्रिकेट का सफर तय किया। हालांकि, समय के साथ इस दोस्ती ने कई रंग भी देखे। कांबली ने एक बार सचिन पर बुरे दौर में साथ न देने का आरोप भी लगाया। आज फिर दोनों की दोस्ती की चर्चा हो रही, इस पर एक वायरल वीडियो की वजह से। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली का ताजा वीडियो viralbhayani के इंस्टाग्राम हैंडल से शेयर किया गया है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि विनोद कांबली मंच पर बैठे हैं। तभी अचानक उनके पास सचिन आते हैं और अचानक बचपन के दोस्त को देखकर खुशी से भर उठते हैं। सचिन कुर्सी पर बैठे कांबली से हाथ मिलाते हैं। कांबली अपने दोस्त सचिन का हाथ कसकर थाम लेते हैं। कांबली सचिन को अपनी तरह खींचने लगते हैं। वो कुछ पल तक सचिन को ऐसे ही पकड़े रहते हैं। इस दौरान कांबली सचिन से कुछ कहते हैं।
सचिन और कांबली का वीडियो वायरल
इसी दौरान ऐसा लगता है कि सचिन कांबली से मिलकर स्टेज पर अपनी कुर्सी पर बैठने चाह रहे हैं। वे कांबली से हाथ छुड़ाने की कोशिश करते नजर आते हैं । लेकिन कांबली ने उनका हाथ पकड़ा हुआ है। इसी दौरान एक शख्स दोनों के पास पहुंचता और कांबली के पास वाली कुर्सी पर बैठ जाता है और वो फिर कांबली से बात करता है और सचिन को वहां से जाने का इशारा कर देता है। फिर तेंदुलकर कांबली से हाथ छुड़ाकर वहां से चले जाते हैं।
सचिन को यूजर कर रहे ट्रोल
इसके बाद से ही इस वीडियो को लेकर तरह-तरह की बातें हो रहीं। कुछ यूजर सोशल मीडिया पर तेंदुलकर की तारीफ कर रहे। लिख रहे कि सच्चा दोस्त ऐसा ही होता है और मुश्किल में अपने मित्र का साथ नहीं छोड़ता। लेकिन, कुछ ऐसे भी हैं जो तेंदुलकर को ट्रोल कर रहे। वो लिख रहे कि सचिन को देखिए कि वो दोस्त से हाथ छुड़ाने की कोशिश कर रहे। वो सच्चे दोस्त नहीं हो सकते।
कुछ यूजर इसके लिए भी कांबली की नशे की लत को ही जिम्मेदार ठहरा रहे।
बता दें कि कांबली ने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर की शानदार शुरुआत की थी। लेकिन वो नाम और पैसे के चक्कर में भटक गए। उन्हें नशे की लत लग गई और ऑफ फील्ड हरकतों के कारण उनका करियर बेपटरी हो गया। कांबली ने 17 टेस्ट और 100 से अधिक वनडे खेले। कांबली ने टेस्ट में लगातार दो दोहरे शतक जमाए थे।