Sri Lanka T10 Match Fixing: श्रीलंका के टी10 सुपर लीग के पहले एडिशन में ही बड़ा विवाद सामने आ गया है। ‘गाले मार्वल्स’ (Galle Marvels) टीम के भारतीय मालिक प्रेम ठाकुर (Prem Thakur) को मैच फिक्सिंग के आरोप में गुरुवार (12 दिसंबर) को श्रीलंका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। प्रेम ठाकुर की गिरफ्तारी एक वेस्टइंडीज खिलाड़ी की शिकायत के आधार पर हुई, जिसने फिक्सिंग का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया था।
इस मामले के सामने आने के बाद श्रीलंका के कैंडी के पल्लेकेले स्टेडियम में चल रहे टूर्नामेंट की साख पर सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रेम ठाकुर के पास गाले मार्वल्स टीम की फ्रेंचाइजी है। हालांकि, प्रेम ठाकुर का ताल्लुक भारत के किस शहर से है यह अभी पता नहीं चल सका है।
शिकायत पर कार्रवाई और कोर्ट में पेशी
प्रेम ठाकुर को श्रीलंका के खेल पुलिस विभाग ने गिरफ्तार करने के बाद 13 दिसंबर को कोलंबो मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 16 दिसंबर तक रिमांड पर भेज दिया। यह मामला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भ्रष्टाचार के खिलाफ की जा रही कार्रवाई का हिस्सा है। पुलिस का कहना है कि फिक्सिंग से जुड़े दूसरे पहलुओं की भी जांच जारी है। बता दें कि यह पहला मौका है जब किसी भारतीय टीम मालिक को किसी विदेशी धरती पर मैच फिक्सिंग के मामले में अरेस्ट किया गया है।
लीग और टीम की साख पर बट्टा
बता दें कि गाले मार्वल्स श्रीलंका टी10 सुपर लीग की छह टीमों में से एक है। इस विवाद ने लीग के पहले संस्करण की साख को गहरा नुकसान पहुंचाया है। टूर्नामेंट आयोजकों और खिलाड़ियों की सुरक्षा और ईमानदारी को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में इस बात को लेकर सवाल उठने लगे हैं कि भविष्य में श्रीलंका में ऐसे टूर्नामेंट्स के आयोजन में पारदर्शिता कैसे बनी रहेगी।
वेस्टइंडीज खिलाड़ी की ईमानदारी की मिसाल
शिकायत दर्ज कराने वाले वेस्टइंडीज खिलाड़ी ने खेल भावना की मिसाल पेश की। वेस्टइंडिज के खिलाड़ी ने प्रेम ठाकुर के प्रोपोजल को मानने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही पुलिस को सारी बात की जानकारी दे दी। इसके बाद से खेल में ईमानदारी और नैतिकता बरकरार रखने के लिए वेस्टइंडिज के इस खिलाड़ी की जमकर तारीफ हो रही है। हालांकि,वेस्टइंडिज का यह क्रिकेटर कौन है, अभी श्रीलंका पुलिस ने इसकी जानकारी नहीं दी है।
श्रीलंका में मैच फिक्सिंग को लेकर क्या है कानून?
श्रीलंका में मैच फिक्सिंग को लेकर बेहद ही सख्त कानून है। देश में मैच फिक्सिंग के मामलों पर क्रिमिनल लॉ लागू होता है। इसके तहत कई कड़े प्रावधान है। श्रीलंका के खेल कानूनों के मुताबिक, अगर कोई भी खिलाड़ी मैच फिक्सिंग जैसी गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है तो उसे 10 साल की जेल हो सकती है। साथ ही जुर्माना भी लगाया जा सकता है। साथ ही गंभीरता को देखते हुए सजा और जुर्माना दोनों का प्रावधान है।