Sunil Gavaskar on Virat Kohli: विराट कोहली ने ब्रिसबेन टेस्ट से पहले नेट्स में अपनी सबसे बड़ी कमजोरी पर काफी काम किया था। उन्होंने नेट्स पर ऑफ स्टम्प से बाहर की गेंदों को छोड़ने का अभ्यास किया था लेकिन, जब असल इम्तिहान की बारी है तो सारी तैयारी धरी की धरी रह गई और वो जोश हेजलवुड की ऑफ स्टम्प से काफी बाहर की गेंद पर कवर ड्राइव लगाने के चक्कर में विकेट के पीछे कैच आउट हो गए। कोहली की इस कमजोरी को विपक्षी टीम ने पकड़ लिया है और अब टेस्ट में उनके लिए ये नासूर बन गई और टीम इंडिया इसका खामियाजा उठा रही। इस बीच, सुनील गावस्कर ने एक बार फिर कोहली को इस कमजोरी से निपटने का तरीका बताया है।
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने पिछले चार सालों में सिर्फ 3 टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि कोहली को वह शॉट खेलने की कोई जरूरत नहीं थी क्योंकि गेंद ‘सातवें, आठवें स्टंप’ पर थी। हेज़लवुड की जिस गेंद पर कोहली आउट हुए, वो थोड़ी ज्यादा फुल थी और ऑफ स्टम्प से काफी बाहर की तरफ थी। कोहली चाहते तो उस गेंद को छोड़ सकते थे लेकिन उन्होंने ड्राइव खेलने की कोशिश में शरीर से काफी दूर की गेंद पर बल्ला फेंक दिया और नतीजा उम्मीद के मुताबिक ही रहा उन्हें पेविलयन लौटना पड़ा।
कोहली गेंद को छोड़ सकते थे: गावस्कर
गावस्कर ने चैनल 7 पर कहा, 'अगर गेंद फोर्थ स्टम्प की लाइन पर होती तो मैं समझ सकता था। यह वाइड थी, सातवें, आठवें स्टंप पर, आप कह सकते हैं। इसे खेलने की कोई ज़रूरत नहीं है।' सुनील गावस्कर ने यह भी कहा कि कोहली को धैर्य दिखाने की ज़रूरत थी क्योंकि भारत पहले ही खराब शॉट के कारण यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल के विकेट खो चुका था।
गावस्कर ने आगे कहा, 'कोहली इस तरह से आउट होने के बाद काफी निराश और परेशान होंगे। ऋषभ पंत के गेंद का सामना करने से पहले ही बारिश शुरू हो गई और कवर आ गए। अगर कोहली ने थोड़ा धैर्य दिखाया होता तो वह केएल राहुल के साथ नॉट आउट लौट सकते थे।'
'कोहली को सचिन से सीखना चाहिए'
गावस्कर ने कहा, 'देखिए उनको (कोहली) सिर्फ, जो उनके हीरो हैं सचिन तेंदुलकर…जिस तरह से उन्होंने अपने ऑफ साइड के खेल पर संयम रखा और पूरी तरह काबू पाया..जब सिडनी में 241 रन की पारी खेली थी। तो उन्होंने वहां पर ऑफसाइड यानी कि कवर की दिशा में कोई शॉट खेला ही नहीं था क्योंकि उससे पहले ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज उन्हें ऑफ स्टम्प की लाइन पर गेंद फेंककर आउट कर रहे थे, तो उन्होंने उस पारी में जो शॉट्स खेले वह सीधे खेले थे या ऑनसाइड पर थे। वैसे ही विराट कोहली को अपने खेल और मन पर काबू रखना चाहिए। ऑफस्टंप की लाइन की गेंद को डिफेंड करेंगे, स्कोर करने की कोशिश नहीं करेंगे। उनके पास जबरदस्त बॉटम हैंड है, तो वो गेंद को सीधा या मिडविकेट की दिशा में खेलकर रन बटोर सकते हैं।
फैब फोर में पिछड़े कोहली
2021 की शुरुआत से पहले, विराट कोहली के नाम फैब फोर (कोहली, स्टीव स्मिथ, केन विलियमसन और जो रूट) में सबसे ज़्यादा टेस्ट शतक थे। 2024 में ये तीनों कोहली से आगे निकल चुके हैं। जो रूट के नाम अब 36 टेस्ट शतक, विलियमसन के नाम 33 और स्मिथ के नाम 33 शतक हैं, जबकि कोहली के नाम 30 शतक हैं।