IND vs NZ Mumbai Test: टीम इंडिया 3 मैच की टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड से पहले दो मुकाबले हार चुकी है। अब तीसरा और आखिरी मैच 1 नवंबर से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। भारत के लिए ये साख बचाने का मुकाबला है। ऐसे में टीम इंडिया मुंबई की जंग जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। इसी कड़ी में भारत ने एक-दो नहीं, बल्कि पूरे 35 गेंदबाजों को नेट सेशन में उतारने की तैयारी की है। इसमें अधिकतर स्पिन गेंदबाज होंगे। 

भारत को पुणे टेस्ट में न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के स्पिनर मिचेल सैंटनर ने काफी परेशान किया था। उन्होंने मैच में 13 विकेट लिए थे। ऐसे में कीवी स्पिनर से निपटने के लिए भारत ने अपने नेट सेशन में बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजों को जोड़ा है। टीम प्रबंधन ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) से अनुरोध किया है कि दो दिन के ब्रेक के बाद भारत के पहले अभ्यास सत्र के दौरान अतिरिक्त गेंदबाजों को अनुमति दी जाए। 

नेट सेशन में 35 गेंदबाजों को उतारा
ऐसी खबरें आ रही हैं कि न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद भारत की नजर क्लीन स्वीप से बचने पर है। ऐसे में टीम इंडिया ने मुंबई में स्पिन ट्रैक तैयार करने की गुजारिश की है। ऐसे में ये दांव टीम इंडिया पर भारी न पड़ जाए, इसलिए नेट सेशन में अतिरिक्त तैयारी की जा रही। इसलिए हर तरह के स्पिनर से नेट सेशन में गेंदबाजी कराई जा रही। 

टीम प्रबंधन ने पहले सभी खिलाड़ियों को सूचित किया था कि टेस्ट से पहले कोई वैकल्पिक प्रशिक्षण नहीं होगा और यह सभी के लिए अनिवार्य होगा।

वानखेड़े स्टेडियम की पिच सूखी और बिना घास के दिख रही। ग्राउंड-स्टाफ नियमित रूप से इसे पानी दे रहे थे और इसे धूप में सूखने के लिए लंबे समय तक खुला छोड़ रहे थे। हालांकि, पहले सत्र में, समुद्री हवा की मदद से - स्पिन गेंदबाजों को भी अतिरिक्त ड्रिफ्ट मिलता है। वहीं, तेज गेंदबाजों को भी सुबह और शाम के वक्त अतिरिक्त मूवमेंट भी मिलता है। 

भारतीय स्पिन गेंदबाजों को पारंपरिक रूप से वानखेड़े में गेंदबाजी करना पसंद है। यहां 5 मैच में रविचंद्रन अश्विन ने 18.42 की औसत से 38 विकेट लिए हैं, जो इस मैदान पर किसी भी गेंदबाज द्वारा लिए गए सबसे ज़्यादा विकेट हैं। यहां खेले गए एकमात्र मैच में रवींद्र जडेजा भी छह विकेट लेने में सफल रहे।