Umran Malik Comeback: तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने अपनी रफ्तार से बीते दो साल में काफी प्रभावित किया था। आईपीएल में शानदार गेंदबाजी के दम पर उन्होंने टीम इंडिया में जगह बनाई थी। वो भारत के लिए टी20 भी खेले। हालांकि, कुछ मुकाबलों के बाद ही वो टीम इंडिया से बाहर हो गए। वो वापसी की कोशिशों में जुटे हैं। लेकिन, डेंगू की वजह से वो बुची बाबू टूर्नामेंट में नहीं खेलेंगे। उन्होंने अपनी वापसी और गेंदबाजी को लेकर बड़ा अपडेट दिया है।
उमरान मलिक ने एक इंटरव्यू में कहा, मैं बुची बाबू टूर्नामेंट में जरूर खेलता। लेकिन, मैं अभी डेंगू से रिकवर हो रहा हूं।" उमरान ने पिछले आईपीएल में सिर्फ एक मैच खेला और सनराइजर्स हैदराबाद के लिए पिछले सीजन में सिर्फ आठ मैच खेले थे।
डेंगू के कारण उमरान बुची बाबू टूर्नामेंट नहीं खेलेंगे
उमरान मानते हैं कि रणजी ट्रॉफी में ज्यादा मैच नहीं खेल पाना उनके मुश्किल दौर का हिस्सा रहा।आईपीएल में डेल स्टेन के साथ मिलकर काम करने के बाद, उन्होंने घरेलू सत्र के दौरान पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान के साथ भी काम किया। लेकिन जम्मू-कश्मीर रणजी मुकाबलों में मौसम के खराब होने के कारण उन्होंने पूरे सत्र में केवल 47 ओवर ही गेंदबाजी की।
मैं नई गेंद से गेंदबाजी का अभ्यास कर रहा: उमरान
उमरान ने कहा, "मैं उस सीजन में पूरी तरह से तैयार था, लेकिन मौसम ने मेरी मदद नहीं की। फिर मैं वास्तव में आईपीएल का इंतजार कर रहा था क्योंकि आईपीएल से पहले के महीनों में मैंने बहुत कुछ हासिल किया था। दुर्भाग्य से वह भी वैसा नहीं हुआ जैसा मैं चाहता था। लेकिन इसने मुझे अभ्यास सत्रों में उन चीजों पर काम करने का समय भी दिया जो मैं करना चाहता था। अगर आप मुझसे पूछें तो मैं निश्चित रूप से एक बेहतर गेंदबाज बन गया हूं। आईपीएल के बाद, मेरी हैमस्ट्रिंग में चोट लग गई और जैसे ही मैं ठीक हुआ, मुझे डेंगू हो गया।"
पेस से समझौता नहीं करेंगे उमरान
उमरान ने साफ कर दिया कि वो अपनी पेस से समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं इन दिनों मैं नई गेंद से बहुत ज़्यादा गेंदबाज़ी कर रहा हूं क्योंकि मेरा मानना है कि स्विंग मेरी गति में बहुत बड़ा अंतर ला सकती है। मैं कुछ चीज़ें सीखना चाहता हूं। ख़ास तौर पर योजना कैसे बनानी है और उसे कैसे लागू करना है। अगर आपके पास यह है, तो आप चुनौतियों का सामना करने के लिए बेहतर तरीके से तैयार होंगे।
इस तेज गेंदबाज ने आगे कहा, "जब मैं किसी मैच में गेंदबाज़ी कर रहा होता हूं, तो यह मेरे बारे में या मैं क्या करता हूं, इस बारे में नहीं होता। मुझे गेंदबाज़ी समूह और उनकी योजनाओं में फ़िट होना है और उनका साथ देना है। इसलिए मुझे उस मोर्चे पर तैयार रहने की ज़रूरत है। नई गेंद से भी मैं यॉर्कर फेंकने की कोशिश कर रहा हूं क्योंकि अगर मैं इसे ठीक से फेंकने में अगर सफल रहता हूं तो मुझे हर समय इसे फेंकने का आत्मविश्वास मिलेगा। आपको बल्लेबाज़ों को चौंकाने के तरीके खोजने होंगे।"