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Virat Kohli Sam konstas controversy: मेलबर्न टेस्ट के पहले दिन डेब्यूटेंट सैम कोंस्टास से विवाद के बाद ऑस्ट्रेलियन मीडिया ने विराट कोहली का जमकर मजाक उड़ाया है। एक ऑस्ट्रेलियाई अखबार ने कोहली को जोकर कहा है। इस पर रवि शास्त्री ने पलटवार किया है।

Virat Kohli sam konstas controversy: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन विराट कोहली का ऑस्ट्रेलिया की तरफ से डेब्यू करने वाले सैम कोंस्टास से विवाद हो गया था। कोहली ने कोंस्टास को कंधा मार दिया था। इसके बाद उन पर मैच फीस का 20 फीसदी जुर्माना भी लगाया गया था। हालांकि, इस पूरे विवाद पर ऑस्ट्रेलियन मीडिया ने तो सारी हदें पार कर दी और कोहली को जोकर तक कहा है। द वेस्ट ऑस्ट्रेलियन अखबार ने शुक्रवार को कोहली को जोकर के रूप में दिखाया है। हालांकि, इस पर रवि शास्त्री ने पलटवार किया है। 

ऑस्ट्रेलियाई अखबार ने कहा कि ड्रीम डेब्यू कर रहे लड़के से भारतीय कायर टकरा गया और इसके लिए उसे सजा भी मिली। एक अखबार ने तो यहां तक लिखा कि कोंस्टास से नोंकझोंक और झड़प के बाद कोहली पर आईसीसी ने जो जुर्माना लगाया है, वो कम है। इस पर पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि ऑस्ट्रेलियन मीडिया हमेशा से अपनी क्रिकेट टीम के सपोर्टिंग स्टाफ की तरह काम करता है। ये ठीक नहीं है।

 ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने बढ़ा-चढ़ाकर प्रतिक्रिया दी: शास्त्री
इस पर रवि शास्त्री ने कहा मेलबर्न टेस्ट के पहले दिन विराट कोहली और 19 साल के ओपनर सैम कोंस्टास के बीच मैदान पर हुई झड़प पर ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के एक वर्ग की 'बेकाबू' प्रतिक्रिया से वह हैरान नहीं हैं। शास्त्री ने कहा कि यह बढ़ा-चढ़ाकर दी गई प्रतिक्रिया घरेलू टीम की हताशा को दिखाती है क्योंकि बॉक्सिंग डे के अहम मुकाबलों में भारत के खिलाफ उनकी जीत पर लंबे वक्त से ब्रेक लगा है। 

ऑस्ट्रेलियाई अखबार ने कोहली को जोकर बताया
शुक्रवार सुबह सोशल मीडिया पर एक ऑस्ट्रेलियाई अख़बार के स्पोर्ट्स पेज की एक क्लिप वायरल हुई। इस लेख की हेडलाइन थी 'जोकर कोहली', साथ में भारतीय सुपरस्टार की 'जोकर की नाक' वाली तस्वीर भी थी। इसमें यह भी लिखा था, "युवा खिलाड़ी के ड्रीम टेस्ट डेब्यू में टक्कर के लिए भारतीय प्लेयर की आलोचना की गई। 

'ऑस्ट्रेलियाई मीडिया सपोर्ट स्टाफ की तरह काम करता'
रवि शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, 'आप अपने देश में ऐसी उम्मीद करते हैं। मैं चाहता हूं कि हमारा देश इस तरह की परिस्थितियों में अपने खिलाड़ियों के लिए बड़े पैमाने पर खड़ा हो। मैं इससे बिल्कुल भी हैरान नहीं हूं क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने यहां 14-15 सालों में जीत हासिल नहीं की है। आखिरी बार उन्होंने एमसीजी में 2011 में टेस्ट मैच जीता था। इसलिए, जब उन्हें बेकाबू होने का मौका मिलेगा, तो वे बेकाबू हो जाएंगे। कई मायनों में, यह थोड़ी हताशा है। आप जानते हैं, आप सीरीज के तीन मैच खेल चुके हैं, स्कोरलाइन 1-1 है, और आपने अभी भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी नहीं जीती है।

शास्त्री ने आगे कहा, 'आप जानते हैं, आपको मेलबर्न में जीतना ही होगा। इसलिए, ये सभी चीजें धीरे-धीरे सामने आती हैं। मैं कई बार ऑस्ट्रेलिया गया हूं। ऐसा लगता है कि पूरा देश टीम के पीछे खड़ा है- सिर्फ़ भीड़ ही नहीं, बल्कि मीडिया भी। मुझे हैरानी नहीं है क्योंकि मैं हताशा की भावना देख सकता हूं। अगर ऑस्ट्रेलिया पहले ही 3-0 या 2-0 से आगे होता, तो सुर्खियाँ अलग हो सकती थीं।'

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