Who is Sam Konstas: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी दोनों पारी में बिखरी नजर आई थी। ऑस्ट्रेलिया की सलामी जोड़ी फ्लॉप रही थी। इस बीच, भारत के खिलाफ कैनबरा में खेले जा रहे दो दिवसीय अभ्यास मैच में प्रधानमंत्री इलेवन की तरफ से उतरे सैम कोनस्टास ने भारत के खिलाफ शतक ठोक एडिलेड टेस्ट में अपने चुने जाने का दावा मजबूत कर लिया। कोनस्टास ओपनिंग के लिए उतरे थे और आखिर तक डटे रहे और महज 97 गेंद में 14 चौके और 1 छक्के की मदद से 107 रन की पारी खेली।
19 साल की कोनस्टास की ये पारी आसान नहीं रही क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के प्राइम मिनिस्टर इलेवन टीम के टॉप ऑर्डर के बाकी बल्लेबाजों को पिंक बॉल के सामने टिकने में संघर्ष करना पड़ा। मोहम्मद सिराज और आकाश दीप ने पिंक बॉल से अच्छी गेंदबाजी की और पहले 6 ओवर में ही 22 रन पर दो विकेट गिर गए थे। मैट रेनेशॉ और जेडन गुडविन सस्ते में आउट हो गए थे। इसके बाद जैक क्लेटन और कोनस्टास के बीच 109 रन की साझेदारी हुई और फिर हनो जैकब्स के साथ 8वें विकेट के लिए भी कोनस्टास ने 67 रन जोड़े।
प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, कोनस्टास ने शानदार बल्लेबाजी की और गेंदबाजों के खिलाफ खुलकर शॉट्स खेले। उन्होंने अपनी पारी के दौरान कुछ अपरंपरागत शॉट भी दिखाए। कोनस्टास ने अब तक कुल 10 फर्स्ट क्लास मैच में 39.37 की औसत से 630 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने दो अर्धशतक और दो शतक बनाए हैं, उनका उच्चतम स्कोर 152 रन रहा है। ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी अच्छी नहीं रही है और प्रबंधन मार्नस लाबुशेन को बाहर करके बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करने पर विचार कर सकता है, जो पिछले कुछ मैचों से फॉर्म में नहीं हैं।
कोनस्टास को प्लेइंग-11 में लाने का बड़ा फायदा ये है कि वह सीधे क्रम में शीर्ष पर जा सकते हैं, बाएं-दाएं संयोजन को बनाए रख सकते हैं और नाथन मैकस्वीनी को तीसरे नंबर पर जगह दे सकते हैं, जहां वह खेलने में अधिक सहज होंगे।