नई दिल्ली। यशस्वी जायसवाल ने अपने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत की थी। उन्होंने इसी साल इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में रिकॉर्ड 712 रन ठोके थे। इस प्रदर्शन के बूते ही वो आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में टॉप-10 में शामिल हुए हैं। हालांकि, इसके बाद से ही वो रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे। आईपीएल 2024 में भी यशस्वी का प्रदर्शन फीका रहा था और इसके बाद उन्हें टी20 विश्व कप में खेलने का मौका नहीं मिला।
यशस्वी जायसवाल ने बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज की शुरुआत से दो दिन पहले भारतीय खेमे में टेंशन बढ़ा दी है। इसी वजह से यशस्वी की मदद के लिए हेड कोच गौतम गंभीर और विराट कोहली तक को आगे आना पड़ा। दरअसल, यशस्वी नेट्स पर जसप्रीत बुमराह के आगे बेबस नजर आए। बुमराह ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया था।
बुमराह के आगे बेबस दिखे यशस्वी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कोहली नेट्स पर बल्लेबाजी के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे और सेंटर-स्क्वायर के पास खड़े थे। तभी बुमराह की एक गेंद पर यशस्वी जायसवाल बोल्ड हो गए। इस पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक द्वारा आउट होना कोहली या उन लोगों के लिए चिंता का विषय नहीं था, जो नेट सेशन पर अपनी गहरी नज़र रखते हैं। लेकिन बुमराह के खिलाफ यशस्वी के संघर्ष ने विराट को उनसे बातचीत करने के लिए मजबूर किया।
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बुमराह ने यशस्वी को 2 बार बोल्ड किया
भारत को अगले 10 में से 5 टेस्ट ऑस्ट्रेलिया में खेलने हैं। जहां की उछाल भरी विकेट पर यशस्वी के लिए तालमेल बैठाना आसान नहीं होने वाला है। कमिंस, स्टार्क जैसे गेंदबाजों का सामना करने से पहले यशस्वी को बांग्लादेश के खिलाफ भी चुनौती मिल सकती है। बांग्लादेश के पास तस्कीन अहमद, नाहिद राणा जैसे तेज गेंदबाज हैं, जिन्होंने पाकिस्तान के बल्लेबाजों को उनके घर में पानी पिलाया। भारतीय टीम मैनेजमेंट को इसका अंदाजा है, इसी वजह से यशस्वी के खेल पर सबकी नजर है।
गंभीर-कोहली ने यशस्वी को दी टिप्स
यशस्वी नेट्स पर सिर्फ बुमराह के सामने ही संघर्ष करते नहीं दिखे। उन्हें बुमराह ने दो बार बोल्ड किया। लेकिन, दलीप ट्रॉफी में आकाश दीप ने भी अंदर आती गेंद से उनके स्टम्प्स को हवाई सैर कराई थी। वहीं, मोहम्मद सिराज और जम्मू कश्मीर के तेज गेंदबाज युद्धवीर सिंह के सामने भी ये बाएं हाथ का बैटर संघर्ष करता दिखा था।
बुमराह ने जब यशस्वी को पहली बार बोल्ड किया तो कोहली वहीं खड़े थे, इसके बाद उन्होंने इस बाएं हाथ के बैटर से बात की। इसके बाद यशस्वी दोबारा बैटिंग के लिए उतरे। लेकिन, दोबारा बुमराह ने उन्हें आउट कर दिया। इसके बाद गंभीर आगे आए और उन्होंने अलग से यशस्वी को 20 मिनट अभ्यास कराया। ताकि वो गेंदबाज की लेंथ और स्विंग को भांप सकें। अब देखना होगा कि भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गजों से मिली टिप्स यशस्वी के कितना काम आती है।