नई दिल्ली. टीम इंडिया वनडे विश्व कप नहीं जीत पाई लेकिन अब नजर अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप पर है. इसमें 6 महीने का ही वक्त बचा है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 टी20 की सीरीज के बाद टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाना है. जहां दोनों देशों के बीच 3 टी20 की सीरीज खेली जानी है, जिसके लिए सूर्यकुमार यादव की अगुआई में 17 सदस्यीय टीम चुनी गई है. मोटे तौर पर टी20 विश्व कप की कोर टीम तय हो चुकी है लेकिन रोहित शर्मा, विराट कोहली को लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं. टी20 फॉर्मेट में रोहित-विराट का क्या भविष्य है? क्या दोनों अगले टी20 वर्ल्ड कप में खेलेंगे, ये सवाल बना हुआ है. 

अजित अगरकर की अगुआई में सेलेक्शन कमेटी ने दक्षिण अफ्रीका दौरे  के लिए जिस तरह से टीम चुनी है, उससे एक बात साफ है कि सेलेक्टर्स की नजर टी20 में युवाओं पर है लेकिन वो अनुभव को भी दरकिनार नहीं कर रहे. इसका उदाहरण है कि युवा अक्षर पटेल के स्थान पर रवींद्र जडेजा को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज की टीम में शामिल करना. 

रोहित-विराट ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर होने वाली व्हाइट बॉल सीरीज से ब्रेक मांगा था. इसी वजह से इन दोनों को टी20 और वनडे सीरीज के लिए नहीं चुना गया. इसका मतलब साफ है कि अगर ये दोनों सेलेक्शन के लिए उपलब्ध रहते तो इस बात की मजबूत संभावना थी कि ये दोनों वनडे और टी20 सीरीज दोनों में खेलते. खासतौर पर हाल ही में हुए वनडे वर्ल्ड कप में इनके प्रदर्शन के बाद तो ये लाजमी भी था. 

क्यों रोहित-विराट खेल सकते टी20 विश्व कप?
इसके अलावा भी दो और प्वाइंट हैं जो ये बता रहे हैं कि रोहित और विराट अगले टी20 विश्व कप में खेल सकते हैं. हालांकि, इसके लिए अगले साल जनवरी में अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए इंतजार करना होगा. इस सीरीज से ये साफ हो जाएगा कि विराट-रोहित का टी20 भविष्य किस ओर जाएगा. ऑस्ट्रेलिया में पिछले टी20 विश्व कप के बाद से, जहां टीम इंडिया का अभियान सेमीफाइनल में खत्म हुआ था, इसके बाद से ही टी20 टीम में काफी बदलाव हुए हैं. हार्दिक पंड्या को इस फॉर्मेट में कप्तानी सौंपी गई है और टीम में नई पीढ़ी के बैटर्स शामिल किए गए हैं, जो अलग स्तर का फटाफट क्रिकेट खेल रहे. इसे समझने के लिए ज्यादा पीछे जाने की जरूरत नहीं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही टी20 सीरीज में युवा भारतीय बैटर्स ने लगातार तीन मैच में 200 प्लस स्कोर किया, जो टी20 में बदलती टीम इंडिया का सबूत है. 

वैसे, तो टी20 में युवा खिलाड़ियों से सजी टीम इंडिया मजबूत है लेकिन विश्व कप अब 6 महीने दूर हैं. ऐसे में कई ऐसे पहलू भी हैं, जो संदेह बढ़ा रहे हैं. इसमें सबसे बड़ा पहलू हार्दिक पंड्या की फिटनेस है. पंड्या विश्व कप के दौरान चोटिल हो गए थे और अब तक उनकी वापसी नहीं हो पाई. वो दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी नहीं जाएंगे. ये कोई पहला मौका नहीं हैं, जब पंड्या चोटिल हुए हैं. उनका चोटों से पुराना नाता है. यही वजह है कि रोहित के लिए टी20 फॉर्मेट में पूरी तरह दरवाजे बंद नहीं हैं. सेलेक्टर्स भी इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहे और इस फॉर्मेट में एक कप्तान के रूप में रोहित की उपयोगिता बनी हुई है. खासतौर पर जिस तरह से उन्होंने वनडे विश्व कप में इस भूमिका को निभाया. रोहित ने वनडे वर्ल्ड कप में पारी की धमाकेदार शुरुआत की थी. इसी वजह से नीचे आने वाले बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका मिला और टीम इंडिया की टूर्नामेंट में सफलता की ये बड़ी वजह भी रही थी. यही काम रोहित टी20 फॉर्मेट में बखूबी कर सकते हैं. वो इस फॉर्मेट में 4 शतक ठोक चुके हैं. 

विराट में है पारी को बिखरने से बचाने की काबिलियत
विराट कोहली भी पिछले टी20 विश्व कप के बाद से ही इस फॉर्मेट में टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं. वो दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी वनडे-टी20 सीरीज नहीं खेलेंगे. लेकिन अगले साल टी20 विश्व कप को देखते हुए कोहली टीम इंडिया के लिहाज से अहम साबित हो सकते हैं. उन्होंने घर में हुए वनडे विश्व कप में एंकर की भूमिका निभाई थी. करीब-करीब हर मुकाबले में रोहित की तेज शुरुआत के बाद वो कोहली ही थे, जिन्होंने भारतीय पारी को संवारने और संभालने का काम किया. उनकी फिटनेस गजब की है और वो सही वक्त पर गियर बदलना जानते हैं. इसी वजह से उनके लिए भी टी20 में वापसी के रास्ते खुले हैं.