नई दिल्ली। अफगानिस्तान के बल्लेबाज इहसानुल्लाह जनत को एंटी करप्शन कोड के उल्लंघन का दोषी पाए जाने पर 5 साल के लिए बैन कर दिया गया है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि जनत को काबुल प्रीमियर लीग (केपीएल) के दौरान अफगान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) और आईसीसी भ्रष्टाचार विरोधी संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया था। यह बैन बयान जारी होने से (7 अगस्त) से प्रभावी होगा और 5 साल तक लागू रहेगा।
इहसानुल्लाह जनत ने ICC एंटी करप्शन कोड के आर्टिकल 2.1.1 का उल्लंघन किया, जिसमें "नतीजे, अपराध, आचरण या मैच के किसी अन्य पहलू को ठीक करने के लिए अनुचित प्रभाव या कोशिश शामिल हैं। उन्होंने आरोपों को स्वीकार किया और "करप्शन से जुड़ी गतिविधियों में शामिल होने को स्वीकार किया है। हालांकि, ये साफ नहीं है कि ये गतिविधियां वास्तव में क्या थीं।
ACB भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (ACU) ने खुलासा किया है कि तीन अन्य खिलाड़ी भी उन्हीं कारणों से संदेह के घेरे में हैं। उनके खिलाफ जांच चल रही है और अगर वो करप्शन में शामिल पाए जाते हैं तो फिर उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी।
इहसानुल्लाह जनत कौन हैं?
पूर्व अफ़गान कप्तान नवरोज़ मंगल के भाई, 26 वर्षीय इहसानुल्लाह ने तीन टेस्ट मैच (सभी 2019 में), 16 वनडे (2017 और 2018 के बीच) और 2022 में एक टी20 मैच खेला है। हालांकि, वह घरेलू सर्किट में सक्रिय रहे हैं। उन्होंने 2014 और 2016 के अंडर-19 विश्व कप में भी अफ़गानिस्तान का प्रतिनिधित्व किया था, और 2014 के संस्करण में जब अफगानिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया को 63 रन से हराया था, तब उन्होंने 63 रन बनाए थे।
यह पहली बार नहीं है और अफ़गान क्रिकेटर को मैच फिक्सिंग के लिए प्रतिबंधित किया गया है। इससे पहले, 2020 में, विकेटकीपर शफीकल्लाह शफाक को 2019-20 बांग्लादेश प्रीमियर लीग और 2018 अफ़गानिस्तान प्रीमियर लीग में मैच फिक्स करने का प्रयास करने के लिए 6 साल के लिए प्रतिबंधित किया गया था।