नई दिल्ली। भारतीय ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने नए टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव की तारीफ करते हुए कहा कि वह गेंदबाजों के कप्तान हैं और गेंदबाजों को अपनी योजनाओं को अंजाम देने की पूरी आजादी देते हैं। अक्षर ने भारत की श्रीलंका पर 43 रन की जीत के बाद सूर्यकुमार की तारीफ में ये बात कही। सूर्यकुमार ने पहले टी20 में ना सिर्फ कप्तानी, बल्कि उनकी बल्लेबाजी में भी अहम रोल निभाया। 

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए अक्षर पटेल ने गेंदबाजों पर यादव के निरंतर प्रोत्साहन के सकारात्मक प्रभाव पर जोर दिया। अक्षर ने कहा,"मैंने पिछली ऑस्ट्रेलिया सीरीज में सूर्या भाई (कप्तान के तौर पर) के साथ खेला था। मैं जानता हूं कि वह गेंदबाजों के कप्तान हैं। वह आपको (एक तरह से) पूरी छूट देते हैं कि आप पहले फैसला करें। जब भी आप की गेंद पर बाउंड्री लगती है, तो वह आकर कहते हैं कि यह अच्छी गेंद थी। वह आपको इनपुट देते रहते हैं। एक खिलाड़ी के तौर पर, उनके साथ मेरा अच्छा रिश्ता है।"

अक्षर ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत में पांच मैच की टी20 सीरीज को याद किया, जिसमें भारत ने 4-1 से जीत हासिल की थी। उन्होंने यादव की लगातार नेतृत्व शैली को देखा। उन्होंने कहा, "एक कप्तान के तौर पर, मैंने पिछले पांच मैचों (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) में भी उनके साथ खेला था और जब मैं आज खेल रहा था, तो मुझे ज्यादा बदलाव महसूस नहीं हुआ।" पहले टी20 में सूर्यकुमार यादव ने शुरुआती तीन ओवर में अपने रणनीतिक कौशल का नमूना भी दिखाया। अक्षर ने बताया कि कैसे कप्तान सूर्या के रणनीतिक सुझावों ने टीम को विपक्षी टीम के शुरुआती रन के बावजूद विकेट लेने पर ध्यान केंद्रित करने में मदद की।

अक्षर ने हेड कोच गौतम गंभीर की अगुआई में नए कोचिंग स्टाफ के प्रभाव पर भी चर्चा की। साथ ही टीम के दृष्टिकोण और माहौल में निरंतरता को भी रेखांकित किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि मैदान पर खिलाड़ियों का प्रदर्शन टीम की सफलता के पीछे निरंतर हौसलअफजाई है। अक्षर ने कहा, "मैं 10 साल से खेल रहा हूं। मैंने अलग-अलग कोच और कप्तानों के साथ खेला है। मुझे नहीं लगता कि टीम में बहुत कुछ बदलेगा। जब हम टीम मीटिंग में बात कर रहे थे, तो उन्होंने भी यही बात कही कि कोच और कप्तान बदलते रहते हैं, लेकिन टीम वही रहती है और जो 11 या 15 खिलाड़ी बने रहते हैं, उन्हें यह करना होता है।"