नई दिल्ली। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टी20 विश्व कप का फाइनल बारबाडोस में खेला जा रहा। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया था। लेकिन,कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला महामुकाबले में नहीं चला और वो 5 गेंद में 9 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद ऋषभ पंत बल्लेबाजी के लिए आए। लेकिन, 2 गेंद बाद ही केशव महाराज ने उनका काम तमाम कर दिया। पंत खाता तक नहीं खोल पाए। केशव ने तीसरी बार ऋषभ का शिकार किया। अब सारी उम्मीद सूर्यकुमार यादव से थी। लेकिन, वो भी फाइनल में नाकाम रहे और 3 गेंद में आउट हो गए। 

इसके बाद भारतीय टीम मैनेजमेंट ने बड़ा जोखिम लेते हुए हार्दिक पंड्या, शिवम दुबे के स्थान पर अक्षर पटेल को पहले बल्लेबाजी के लिए भेजा। अक्षर भी भारत की उम्मीदों पर खरे उतरे और 34 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद मझधार में फंसी टीम इंडिया को संकट से उबारा। उन्होंने रन रेट को गिरने नहीं दिया और बीच-बीच में करारे शॉट्स लगाए। उनके और विराट कोहली के बीच चौथे विकेट के लिए 54 गेंद में 72 रन की अहम साझेदारी हुई। 

ऐसा लग रहा था कि अक्षर अपना अर्धशतक पूरा कर लेंगे लेकिन 14वें ओवर में विराट और उनमें एक रन चुराने को लेकर गफलत हुई और इस चक्कर में अक्षर रन आउट हो गए। उन्होंने आउट होने से पहले 31 गेंद में 47 रन की पारी खेली। उन्होंने 4 छक्के और एक चौका उड़ाया। टी20 विश्व कप में सबसे नाजुक मौके पर खेली गई उनकी ये पारी सालों याद रखी जाएगी। नतीजा जो भी रहे लेकिन बापू ने फैंस का दिल जरूर जीत लिया।