नई दिल्ली। आईसीसी मेंस टी20 विश्व कप 2024 में खराब प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों पर इसकी गाज गिरनी तय है। पाकिस्तान टीम सुपर-8 के भी क्वालिफाई नहीं कर पाई। भारत के अलावा उसे अमेरिका से भी हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद से ही ऐसे संकेत मिल रहे हैं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड खिलाड़ियों के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में संशोधन कर सकता है। इतना नहीं बाबर आजम एंड कंपनी की सैलरी भी कम की जा सकती है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीसीबी के भीतर हुई चर्चाओं से पता चलता है कि बोर्ड के अधिकारियों और कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने सिफारिश की है कि पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी अपने पूर्ववर्ती ज़का अशरफ के कार्यकाल के दौरान लागू किए गए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की समीक्षा करें। इससे पहले, ज़का अशरफ़ ने खिलाड़ियों की सैलरी में बड़ा इजाफा किया था और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से पीसीबी को होने वाली कमाई का एक तय हिस्सा देने की भी गारंटी दी थी।
वहीं, टी20 विश्व कप से पहले पीसीबी चेयरमैन मोहसिन नकवी ने हर खिलाड़ी को विश्व विजेता बनने पर 1 लाख यूएस डॉलर का बोनस देने का वादा भी किया था। सूत्र ने पीटीआई को बताया, "अगर पीसीबी चेयरमैन टीम के हालिया खराब प्रदर्शन पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं तो केंद्रीय अनुबंधों का पुनर्मूल्यांकन हो सकता है और खिलाड़ियों के वेतन और फीस में कटौती हो सकती है।"
खिलाड़ियों की फीस में कटौती या दूसरे वित्तीय समझौते में बदलाव का विचार पाकिस्तान क्रिकेट टीम के हाल के निराशाजनक प्रदर्शन को देखते हुए किया गया है, जिसमें पिछले वर्ष बाबर आजम की कप्तानी में एशिया कप और विश्व कप (50 ओवर) में टीम का प्रदर्शन भी शामिल है। हालांकि, अभी तक सैलरी कटौती या कॉन्ट्रैक्ट की समीक्षा से जुड़ा कोई फैसला नहीं लिया गया है लेकिन खराब नतीजों को देखते हुए अगर पीसीबी कड़ा कदम उठाते हुए कॉन्ट्रैक्ट में बदलाव कर दे तो किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए।