नई दिल्ली। वैसे टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाज जमने के लिए वक्त लेते हैं। लेकिन, ब्रैंडन मैकुलम के इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कोच बनने के बाद तो अलग ही अंदाज में टेस्ट क्रिकेट खेली जा रही। पहली ही गेंद से इंग्लैंड के बल्लेबाज टेस्ट में भी टी20 के अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं। ऐसा ही कुछ इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में किया है। इस टेस्ट की शुरुआत गुरुवार से ही हुई है और इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट क्रिकेट का इतिहास बदलकर रख दिया। 

इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए महज 4.2 ओवर में ही अपने पचास रन पूरे कर लिए। यानी 26 रन के भीतर ही इंग्लिश टीम की फिफ्टी पूरी हो गई थी। ये टेस्ट क्रिकेट इतिहास में किसी टीम द्वारा सबसे तेजी से बनाए गए पचास रन हैं। इंग्लैंड ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है। इससे पहले, इंग्लैंड ने 1994 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ ओवल टेस्ट में महज 4.3 ओवर में 50 रन पूरे किए थे। वहीं, इंग्लिश टीम 2002 में श्रीलंका के खिलाफ 5 ओवर में 50 रन पूरे करने का कारनामा भी कर चुकी है। 

वैसे, वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। पहले ओवर में ही जैक क्राउली बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए थे। इसके बाद ऐसी उम्मीद थी कि बेन डकेट और ओली पोप संभलकर बल्लेबाजी करेंगे। लेकिन, इन दोनों ने तो कुछ और ही इरादा कर रखा था। इन दोनों ने ऐसी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की 26 गेंद में ही इंग्लैंड के 50 रन पूरे हो गए।

बेन डकेट ने महज 32 गेंद में अपने 50 रन पूरे किए। ये इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज की टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज फिफ्टी है। डकेट और पोप के बीच दूसरे विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी हुई। डकेट 59 गेंद में 71 रन बनाकर आउट हुए।